आपकी जिंदगी में कुछ नहीं बदलेगा जब तक आप खुद को नहीं बदलोंगे।

आपकी जिंदगी में कुछ नहीं बदलेगा जब तक आप खुद को नहीं बदलोंगे।

Atal Bihari Vajpayee

अपनी तुलना दूसरों से कभी मत करना क्योंकि हर फल का स्वाद अलग अलग होता है।

अपनी तुलना दूसरों से कभी मत करना क्योंकि हर फल का स्वाद अलग अलग होता है।

आज आप जो सोच रहे हैं जो महसूस कर रहे हैं वही आपका भविष्य बना रहा  है।

आज आप जो सोच रहे हैं जो महसूस कर रहे हैं वही आपका भविष्य बना रहा है।

जो जीता है वो हार भी सकता है लेकिन जो दूसरों को जीताता है वो कभी नहीं हारता।

जो जीता है वो हार भी सकता है लेकिन जो दूसरों को जीताता है वो कभी नहीं हारता।

आत्मविश्वास खोना इंसान की सबसे बड़ी हार है।

आत्मविश्वास खोना इंसान की सबसे बड़ी हार है।

जिंदगी में अगर जितना चाहते हो तो कभी खुद से हार मत मानना।

जिंदगी में अगर जितना चाहते हो तो कभी खुद से हार मत मानना।

कम रिश्ते बनाओ मगर उन्हें दिल से निभाओ।

कम रिश्ते बनाओ मगर उन्हें दिल से निभाओ।

अंदाजा ताकत का लगाया जा सकता है किसी के हौसले का नहीं।

अंदाजा ताकत का लगाया जा सकता है किसी के हौसले का नहीं।

अपनी किस्मत आप को हरा सकती है लेकिन आप के हौसले को नहीं।

अपनी किस्मत आप को हरा सकती है लेकिन आप के हौसले को नहीं।

कर्म बदलो किस्मत अपने आप बदल जाएगी।

कर्म बदलो किस्मत अपने आप बदल जाएगी।

मेहनत, हिम्मत और लगन हर सपने को साकार करती है।

मेहनत, हिम्मत और लगन हर सपने को साकार करती है।

खुशियां मांगी थी ऊपर वाले से और ऊपर वाले ने तुम्हारे जैसा दोस्त दे दिये।

खुशियां मांगी थी ऊपर वाले से और ऊपर वाले ने तुम्हारे जैसा दोस्त दे दिये।

घमंड मत करना वक्त, वजूद और विरासत कब खत्म होगी पता नहीं चलेगा।

घमंड मत करना वक्त, वजूद और विरासत कब खत्म होगी पता नहीं चलेगा।

लापरवाही का अंत हमेशा पछतावा ही होता है।

लापरवाही का अंत हमेशा पछतावा ही होता है।

जो बदलता है वही आगे बढ़ता है।

जो बदलता है वही आगे बढ़ता है।

दिल बड़ा रखोंगे तो पहचान अपने आप बढ़ जायेगी।

दिल बड़ा रखोंगे तो पहचान अपने आप बढ़ जायेगी।

हमेशा याद रखना अच्छे दिनों के लिए बुरे दिनों से लड़ना पड़ता है।

हमेशा याद रखना अच्छे दिनों के लिए बुरे दिनों से लड़ना पड़ता है।

विजेता बोलते हैं कि मुझे कुछ करना चाहिए हारने वाले बोलते हैं कि कुछ होना चाहिए।

विजेता बोलते हैं कि मुझे कुछ करना चाहिए हारने वाले बोलते हैं कि कुछ होना चाहिए।

चरित्र का निर्माण जब नहीं शुरू होता जब बच्चा पैदा होता है, बल्कि ये बच्चे के पैदा होने के 100 साल पहले से शुरू हो जाता है।

चरित्र का निर्माण जब नहीं शुरू होता जब बच्चा पैदा होता है, बल्कि ये बच्चे के पैदा होने के 100 साल पहले से शुरू हो जाता है।