प्रसन्नता स्वयं हमारे ऊपर निर्भर करती है।

प्रसन्नता स्वयं हमारे ऊपर निर्भर करती है।

Aristotle

प्रकृति बेकार में कुछ नहीं करती है।

प्रकृति बेकार में कुछ नहीं करती है।

मुश्किल समय में उन मित्रों का पता चलता है जो वास्तव में आपके मित्र नहीं है।

मुश्किल समय में उन मित्रों का पता चलता है जो वास्तव में आपके मित्र नहीं है।

बिना दिल को शिक्षित किए दिमाग को शिक्षित करना, वास्तव में शिक्षा नहीं है।

बिना दिल को शिक्षित किए दिमाग को शिक्षित करना, वास्तव में शिक्षा नहीं है।

युद्ध जितना पर्याप्त नहीं है, शांति कायम करना ज्यादा महत्त्वपूर्ण है।

युद्ध जितना पर्याप्त नहीं है, शांति कायम करना ज्यादा महत्त्वपूर्ण है।

पैसों के लिए की जाने वाली सभी नौकरियां हमारे दिमाग का अवशोषण और अवमूल्यन कर देती है।

पैसों के लिए की जाने वाली सभी नौकरियां हमारे दिमाग का अवशोषण और अवमूल्यन कर देती है।

सभी आदमियों की प्रकृति ज्ञान चाहने वाली होती है।

सभी आदमियों की प्रकृति ज्ञान चाहने वाली होती है।

ख़ुशी ही जीवन का उद्देशय और अर्थ है।

ख़ुशी ही जीवन का उद्देशय और अर्थ है।

मन की ऊर्जा ही जीवन का सार है।

मन की ऊर्जा ही जीवन का सार है।

बिना पागलपन के स्पर्श के किसी भी महान दिमाग का अस्तित्व नहीं होता है।

बिना पागलपन के स्पर्श के किसी भी महान दिमाग का अस्तित्व नहीं होता है।

आशा जागते हुए देखा गया स्वप्न है।

आशा जागते हुए देखा गया स्वप्न है।

अच्छा व्यवहार सभी गुणों का सार है!

अच्छा व्यवहार सभी गुणों का सार है!

 अपने चरित्र के द्वारा हम कोई भी बात मनवा सकते है ।

अपने चरित्र के द्वारा हम कोई भी बात मनवा सकते है ।

 खुद से जीतना बहुत कठिन है ।

खुद से जीतना बहुत कठिन है ।

मनुष्य अपने स्वभाव से ही राजनीति करता है ।

मनुष्य अपने स्वभाव से ही राजनीति करता है ।

जिससे भी व्यक्ति डरता है उससे कभी भी प्रेम नहीं करता !

जिससे भी व्यक्ति डरता है उससे कभी भी प्रेम नहीं करता !

अपने दोस्त का सम्मान करो, उसकी प्रशंसा करो और जब जरूरत पड़े उसी मदद करो ।

अपने दोस्त का सम्मान करो, उसकी प्रशंसा करो और जब जरूरत पड़े उसी मदद करो ।

एक पड़ाव के बाद पैसो का कोई अर्थ नहीं रह जाता है।

एक पड़ाव के बाद पैसो का कोई अर्थ नहीं रह जाता है।

मैं टर्मिनेटर से गवर्नेटर बन गया!

मैं टर्मिनेटर से गवर्नेटर बन गया!