मनुष्य अपने स्वभाव से ही राजनीति करता है ।

मनुष्य अपने स्वभाव से ही राजनीति करता है ।

Aristotle

सभी आदमियों की प्रकृति ज्ञान चाहने वाली होती है।

सभी आदमियों की प्रकृति ज्ञान चाहने वाली होती है।

ख़ुशी ही जीवन का उद्देशय और अर्थ है।

ख़ुशी ही जीवन का उद्देशय और अर्थ है।

मन की ऊर्जा ही जीवन का सार है।

मन की ऊर्जा ही जीवन का सार है।

बिना पागलपन के स्पर्श के किसी भी महान दिमाग का अस्तित्व नहीं होता है।

बिना पागलपन के स्पर्श के किसी भी महान दिमाग का अस्तित्व नहीं होता है।

 प्रसन्नता स्वयं हमारे ऊपर निर्भर करती है।

प्रसन्नता स्वयं हमारे ऊपर निर्भर करती है।

आशा जागते हुए देखा गया स्वप्न है।

आशा जागते हुए देखा गया स्वप्न है।

अच्छा व्यवहार सभी गुणों का सार है!

अच्छा व्यवहार सभी गुणों का सार है!

 अपने चरित्र के द्वारा हम कोई भी बात मनवा सकते है ।

अपने चरित्र के द्वारा हम कोई भी बात मनवा सकते है ।

 खुद से जीतना बहुत कठिन है ।

खुद से जीतना बहुत कठिन है ।

जिससे भी व्यक्ति डरता है उससे कभी भी प्रेम नहीं करता !

जिससे भी व्यक्ति डरता है उससे कभी भी प्रेम नहीं करता !

अपने दोस्त का सम्मान करो, उसकी प्रशंसा करो और जब जरूरत पड़े उसी मदद करो ।

अपने दोस्त का सम्मान करो, उसकी प्रशंसा करो और जब जरूरत पड़े उसी मदद करो ।

एक पड़ाव के बाद पैसो का कोई अर्थ नहीं रह जाता है।

एक पड़ाव के बाद पैसो का कोई अर्थ नहीं रह जाता है।

मैं टर्मिनेटर से गवर्नेटर बन गया!

मैं टर्मिनेटर से गवर्नेटर बन गया!

अगर मेरी ज़िन्दगी एक पिक्चर होती तो कोई उस पर यकीन नहीं करता।

अगर मेरी ज़िन्दगी एक पिक्चर होती तो कोई उस पर यकीन नहीं करता।

मैं कसरत करने का आदि हूँ और मुझे हर रोज कुछ न कुछ करना है !

मैं कसरत करने का आदि हूँ और मुझे हर रोज कुछ न कुछ करना है !

मैं हमेशा भूखा रहता हूँ, कभी भी अपनी मौजूदा उपलब्धियों से संतुष्ट नहीं होता !

मैं हमेशा भूखा रहता हूँ, कभी भी अपनी मौजूदा उपलब्धियों से संतुष्ट नहीं होता !

कमजोर पर सभी दया करते हैं। इर्ष्या आपको कमानी पड़ती है।

कमजोर पर सभी दया करते हैं। इर्ष्या आपको कमानी पड़ती है।

लोगों का विश्वास बहाल करने के लिए हमें सरकार के संचालन के तरीके में सुधार करना होगा।

लोगों का विश्वास बहाल करने के लिए हमें सरकार के संचालन के तरीके में सुधार करना होगा।