हार मन की एक सोच है, इंसान तब तक नहीं हारता है जब तक वह हार को सच मानकर स्वीकार न कर ले!
लक्ष्य का यह मतलब नहीं होता, की कही न कही पहुचना है, लक्ष्य का मतलब किसी उद्देश्य के लिए आगे बढना होता हैं!
मैं इस संसार में आपकी सभी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए नहीं हूँ, और ना ही आप इस संसार में मेरी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए हैं !
दूसरों की आलोचना करना और उनकी भावनाओं को ठेस पहुँचाना, बहुत ही आसान है, लेकिन खुद को जानना, पूरी ज़िन्दगी ले लेता है !
मैं कुछ भी किसी को सिखा नहीं सकता, लेकिन खुद को ढूंढने में मदद जरुर कर सकता हूँ !
किसी भी चीज का अधिकार मन में ही शुरू होता है !
मुर्ख अच्छे तर्कों से कभी नहीं सीख सकता, जो समझदार आदमी मुर्ख के तर्कों से सीख सकता है...
कर्म सही या गलत नहीं होता है, लेकिन जब कर्म आंशिक, अधूरा रहता है, तब सही या गलत की बात सामने आती है!
अतिरिक्त प्रयास करने का अपनी दैनिक आदत का हिस्सा बना लें!
मैं उस इंसान से कभी नहीं डरता जिसने 10000 किक्स का अभ्यास सिर्फ एक बार की हो, लेकिन मैं उस इंसान से जरुर डरता हूँ, जिसने एक किक का अभ्यास 10000 बार की हो।
अगर किसी चीज के बारे में आप सोचने में बहुत अधिक समय लगाते हैं, तो आप जान लीजिये उसे कभी भी नहीं कर पाएंगे।
अमरता की सबसे बड़ी कुंजी पहले एक यादगार जिंदगी जीने में हैं।
अकड़ रखने वाले इंसान, उन सख्त पेड़ की तरह होते हैं, जो आसानी से टूट जाते हैं...
जो लोग अज्ञानी होते हैं वे अंधेरे में ही भटकते रहते हैं उन्हें कभी सही की पहचान नहीं होती!
तुम अगर कल फिसलना नहीं चाहते हो, तो आज सच बोल दो..