एक इतिहासकार, सटीक, ईमानदार और निष्पक्ष होना चाहिए।

एक इतिहासकार, सटीक, ईमानदार और निष्पक्ष होना चाहिए।

B. R. Ambedkar

सागर में मिलकर अपनी पहचान खो देने वाली पानी की एक बूंद के विपरीत, इंसान जिस समाज में रहता है, वहां अपनी पहचान नहीं खोता।

सागर में मिलकर अपनी पहचान खो देने वाली पानी की एक बूंद के विपरीत, इंसान जिस समाज में रहता है, वहां अपनी पहचान नहीं खोता।

धर्म में मुख्य रूप से केवल सिद्धांतों की बात होनी चाहिए, यहां नियमों की बात नहीं हो सकती।

धर्म में मुख्य रूप से केवल सिद्धांतों की बात होनी चाहिए, यहां नियमों की बात नहीं हो सकती।

धर्म और गुलामी असंगत हैं।

धर्म और गुलामी असंगत हैं।

मनुवाद को जड़ से समाप्त करना मेरे जीवन का प्रथम लक्ष्य है।

मनुवाद को जड़ से समाप्त करना मेरे जीवन का प्रथम लक्ष्य है।

महात्मा आये और चले गये परंतु अछुत, अछुत ही बने हुए हैं।

महात्मा आये और चले गये परंतु अछुत, अछुत ही बने हुए हैं।

बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का महत्वपूर्ण लक्ष्य होना चाहिए।

बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का महत्वपूर्ण लक्ष्य होना चाहिए।

सामान्यतः कोई स्मृतिकार कभी ये बात नहीं बताता कि आपके सिद्धांत क्यों हैं और कैसे हैं।

सामान्यतः कोई स्मृतिकार कभी ये बात नहीं बताता कि आपके सिद्धांत क्यों हैं और कैसे हैं।

हम सबसे पहले और अंत में भारतीय हैं।

हम सबसे पहले और अंत में भारतीय हैं।

पति-पत्नी के बीच का सम्बन्ध किसी गहरे दोस्तों के सम्बन्ध के समान होने चाहिए।

पति-पत्नी के बीच का सम्बन्ध किसी गहरे दोस्तों के सम्बन्ध के समान होने चाहिए।

इंसान सिर्फ समाज के विकास के लिए नहीं पैदा हुआ है, बल्कि स्वयं के विकास के लिए पैदा हुआ है।

इंसान सिर्फ समाज के विकास के लिए नहीं पैदा हुआ है, बल्कि स्वयं के विकास के लिए पैदा हुआ है।

न्याय हमेशा समानता के विचार को पैदा करता है।

न्याय हमेशा समानता के विचार को पैदा करता है।

मैं ऐसे धर्म को मानता हूं जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता है।

मैं ऐसे धर्म को मानता हूं जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता है।

जो व्यक्ति अपनी मौत को हमेशा याद रखता है, वह सदा अच्छे कार्य में लगा रहता है।

जो व्यक्ति अपनी मौत को हमेशा याद रखता है, वह सदा अच्छे कार्य में लगा रहता है।

गुलाम बन कर जिओगे, तो कुत्ता समझ कर लात मारेगी ये दुनिया। नवाब बन कर जिओगे तो शेर समझ कर सलाम ठोकेगी।

गुलाम बन कर जिओगे, तो कुत्ता समझ कर लात मारेगी ये दुनिया। नवाब बन कर जिओगे तो शेर समझ कर सलाम ठोकेगी।

मैं रात भर इसलिये जागता हूं क्योंकि मेरा समाज सो रहा है।

मैं रात भर इसलिये जागता हूं क्योंकि मेरा समाज सो रहा है।

एक सुरक्षित सेना एक सुरक्षित सीमा से बेहतर है।

एक सुरक्षित सेना एक सुरक्षित सीमा से बेहतर है।

किसी का भी स्वाद बदला जा सकता है, लेकिन ज़हर को अमृत में परिवर्तित नहीं किया जा सकता।

किसी का भी स्वाद बदला जा सकता है, लेकिन ज़हर को अमृत में परिवर्तित नहीं किया जा सकता।

बुद्धि का विकास मनुष्य के प्रगति का आखिरी लक्ष्य होना चाहिए।

बुद्धि का विकास मनुष्य के प्रगति का आखिरी लक्ष्य होना चाहिए।