प्रेम और करुणा आवश्यकताएं हैं, विलासिता नहीं उनके बिना मानवता जीवित नहीं रह सकती।

प्रेम और करुणा आवश्यकताएं हैं, विलासिता नहीं उनके बिना मानवता जीवित नहीं रह सकती।

Dalai Lama

जब आप कृतज्ञता का अभ्यास करते हैं, तो दूसरों के प्रति सम्मान की भावना होती है।

जब आप कृतज्ञता का अभ्यास करते हैं, तो दूसरों के प्रति सम्मान की भावना होती है।

जब आप कुछ गँवा बैठते है तो उससे प्राप्त शिक्षा को न गवाएं।

जब आप कुछ गँवा बैठते है तो उससे प्राप्त शिक्षा को न गवाएं।

सकारात्मक कार्रवाई करने के लिए हमें एक सकारात्मक दृष्टि विकसित करनी होगी।

सकारात्मक कार्रवाई करने के लिए हमें एक सकारात्मक दृष्टि विकसित करनी होगी।

अविश्वास में पारदर्शिता की कमी और असुरक्षा की गहरी भावना।

अविश्वास में पारदर्शिता की कमी और असुरक्षा की गहरी भावना।

आपका शत्रु ही आपका सबसे अच्छा शिक्षक होता है।

आपका शत्रु ही आपका सबसे अच्छा शिक्षक होता है।

अगर आप यह सोचते है की आप बहुत छोटे है तो एक मच्छर के साथ सोकर देखिये।

अगर आप यह सोचते है की आप बहुत छोटे है तो एक मच्छर के साथ सोकर देखिये।

जब कभी संभव हो दयालु बने रहिये। यह हमेशा संभव है।

जब कभी संभव हो दयालु बने रहिये। यह हमेशा संभव है।

जब तक हम अपने आप से सुलह नही कर लेते तब तक हम दुनिया से भी सुलह नहीं कर सकते।

जब तक हम अपने आप से सुलह नही कर लेते तब तक हम दुनिया से भी सुलह नहीं कर सकते।

अपनी क्षमताओं को जान कर और उनमे यकीन करके ही हम एक बेहतर विश्व का निर्माण कर सकते हैं।

अपनी क्षमताओं को जान कर और उनमे यकीन करके ही हम एक बेहतर विश्व का निर्माण कर सकते हैं।

मैं धर्म का आदमी हूं लेकिन धर्म हमारी सभी समस्याओं का जवाब नहीं दे सकता है।

मैं धर्म का आदमी हूं लेकिन धर्म हमारी सभी समस्याओं का जवाब नहीं दे सकता है।

यदि आपकी कोई विशेष निष्ठा या धर्म है, तो अच्छा है। लेकिन आप उसके बिना भी जी सकते हैं।

यदि आपकी कोई विशेष निष्ठा या धर्म है, तो अच्छा है। लेकिन आप उसके बिना भी जी सकते हैं।

हम बाहरी दुनिया में कभी शांति नहीं पा सकते हैं, जब तक की हम अन्दर से शांत ना हों।

हम बाहरी दुनिया में कभी शांति नहीं पा सकते हैं, जब तक की हम अन्दर से शांत ना हों।

मैं अपने दुश्मनों को हराने के लिए उन्हें अपना दोस्त बना लेता हूँ।

मैं अपने दुश्मनों को हराने के लिए उन्हें अपना दोस्त बना लेता हूँ।

दूसरों के व्यवहार के कारण अपनी आंतरिक शांति को नष्ट न होने दें।

दूसरों के व्यवहार के कारण अपनी आंतरिक शांति को नष्ट न होने दें।

खुशी अपने आप बनाई हुई नहीं मिलती है, यह अपने खुद के कार्यों से आती है।

खुशी अपने आप बनाई हुई नहीं मिलती है, यह अपने खुद के कार्यों से आती है।

जहाँ अज्ञानता हमारा स्वामी है, वहाँ वास्तविक शांति की कोई संभावना नहीं है।

जहाँ अज्ञानता हमारा स्वामी है, वहाँ वास्तविक शांति की कोई संभावना नहीं है।

प्रसन्नता पहले से निर्मित कोई चीज नहीं है। ये आप ही के कर्मों से आती है।

प्रसन्नता पहले से निर्मित कोई चीज नहीं है। ये आप ही के कर्मों से आती है।

दुनिया नेताओं की नहीं है। दुनिया सारी मानवता की है।

दुनिया नेताओं की नहीं है। दुनिया सारी मानवता की है।