बुद्धि, करुणा, और साहस, व्यक्ति के लिए तीन सार्वभौमिक मान्यता प्राप्त नैतिक गुण हैं।

बुद्धि, करुणा, और साहस, व्यक्ति के लिए तीन सार्वभौमिक मान्यता प्राप्त नैतिक गुण हैं।

Confucius

 एक सज्जन अपने कर्मों का अपने शब्दों से मेल नहीं होने पर शर्मिंदा होगा।

एक सज्जन अपने कर्मों का अपने शब्दों से मेल नहीं होने पर शर्मिंदा होगा।

 यह बात कोई मायने नहीं रखती की आप कितना धीमे चल रहे हैं, जब तक की आप रुकें नहीं।

यह बात कोई मायने नहीं रखती की आप कितना धीमे चल रहे हैं, जब तक की आप रुकें नहीं।

प्रतिशोध-रथ पर सवार हो तो, यात्रा प्रारम्भ करने से पहले दो कब्र खोदिये।

प्रतिशोध-रथ पर सवार हो तो, यात्रा प्रारम्भ करने से पहले दो कब्र खोदिये।

धैर्य से बड़ी से बड़ी कठिनाईयों से बाहर निकला जा सकता है।

धैर्य से बड़ी से बड़ी कठिनाईयों से बाहर निकला जा सकता है।

 तुम बिना कुछ सीखे एक किताब नहीं खोल सकते।

तुम बिना कुछ सीखे एक किताब नहीं खोल सकते।

 किसी कमी के साथ एक हीरा बिना किसी कमी के पत्थर से बेहतर है।

किसी कमी के साथ एक हीरा बिना किसी कमी के पत्थर से बेहतर है।

 बिना किसी आदर-भावना के अहसास के, हम इंसान को जानवरों से कैसे अलग कर सकते हैं?

बिना किसी आदर-भावना के अहसास के, हम इंसान को जानवरों से कैसे अलग कर सकते हैं?

 जब भी क्रोध बढ़े, उसके परिणामों के बारे में सोचें।

जब भी क्रोध बढ़े, उसके परिणामों के बारे में सोचें।

 खामोशी इंसान की सच्ची दोस्त होती है, जो कभी उसके रहस्य उजागर नहीं करती।

खामोशी इंसान की सच्ची दोस्त होती है, जो कभी उसके रहस्य उजागर नहीं करती।

 म्रत्यु और जीवन के अपने नियोजन निर्धारित हैं, सम्पति और सम्मान भगवान् पर निर्भर करते हैं।

म्रत्यु और जीवन के अपने नियोजन निर्धारित हैं, सम्पति और सम्मान भगवान् पर निर्भर करते हैं।

आप क्या जानते हैं और आप क्या नहीं जानते हैं का पता होना, ही सच्चा ज्ञान है।

आप क्या जानते हैं और आप क्या नहीं जानते हैं का पता होना, ही सच्चा ज्ञान है।

यह सबसे अच्छी बात होगी कि अंधेरे को कोसने के बजाए एक छोटा सा दीया जलाया जाए।

यह सबसे अच्छी बात होगी कि अंधेरे को कोसने के बजाए एक छोटा सा दीया जलाया जाए।

आप कही भी जाएँ, दिल से जाएँ।

आप कही भी जाएँ, दिल से जाएँ।

महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है।

महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है।

रत्न बिना रगड़े कभी नहीं चमकते। वैसे ही आदमी का व्यक्तित्व बिना संघर्ष नहीं निखरता।

रत्न बिना रगड़े कभी नहीं चमकते। वैसे ही आदमी का व्यक्तित्व बिना संघर्ष नहीं निखरता।

जो व्यक्ति दूसरों की भलाई करता है वह अपनी भलाई निश्चित कर लेता है।

जो व्यक्ति दूसरों की भलाई करता है वह अपनी भलाई निश्चित कर लेता है।

सफलता पहले से की गयी तैयारी पर निर्भर है, और बिना ऐसी तैयारी के असफलता निश्चित है।

सफलता पहले से की गयी तैयारी पर निर्भर है, और बिना ऐसी तैयारी के असफलता निश्चित है।

दुनिया के हर एक चीज में खूबसूरती होती है, लेकिन हर कोई उसे नहीं देख पाता।

दुनिया के हर एक चीज में खूबसूरती होती है, लेकिन हर कोई उसे नहीं देख पाता।