एक शेर से ज्यादा एक दमनकारी सरकार से डरना चाहिए।

एक शेर से ज्यादा एक दमनकारी सरकार से डरना चाहिए।

Confucius

आप क्या जानते हैं और आप क्या नहीं जानते हैं का पता होना, ही सच्चा ज्ञान है।

आप क्या जानते हैं और आप क्या नहीं जानते हैं का पता होना, ही सच्चा ज्ञान है।

यह सबसे अच्छी बात होगी कि अंधेरे को कोसने के बजाए एक छोटा सा दीया जलाया जाए।

यह सबसे अच्छी बात होगी कि अंधेरे को कोसने के बजाए एक छोटा सा दीया जलाया जाए।

आप कही भी जाएँ, दिल से जाएँ।

आप कही भी जाएँ, दिल से जाएँ।

महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है।

महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है।

रत्न बिना रगड़े कभी नहीं चमकते। वैसे ही आदमी का व्यक्तित्व बिना संघर्ष नहीं निखरता।

रत्न बिना रगड़े कभी नहीं चमकते। वैसे ही आदमी का व्यक्तित्व बिना संघर्ष नहीं निखरता।

जो व्यक्ति दूसरों की भलाई करता है वह अपनी भलाई निश्चित कर लेता है।

जो व्यक्ति दूसरों की भलाई करता है वह अपनी भलाई निश्चित कर लेता है।

सफलता पहले से की गयी तैयारी पर निर्भर है, और बिना ऐसी तैयारी के असफलता निश्चित है।

सफलता पहले से की गयी तैयारी पर निर्भर है, और बिना ऐसी तैयारी के असफलता निश्चित है।

दुनिया के हर एक चीज में खूबसूरती होती है, लेकिन हर कोई उसे नहीं देख पाता।

दुनिया के हर एक चीज में खूबसूरती होती है, लेकिन हर कोई उसे नहीं देख पाता।

वास्तविक शिक्षा वही है जो किसी के अज्ञान की सीमा को जान सके।

वास्तविक शिक्षा वही है जो किसी के अज्ञान की सीमा को जान सके।

 अगर आपको उत्कृष्ट भविष्य का निर्माण करना है, तो अतीत का अध्ययन करें।

अगर आपको उत्कृष्ट भविष्य का निर्माण करना है, तो अतीत का अध्ययन करें।

ईमानदारी और सच्चाई उच्च-नैतिकता के लिए आधार का काम करती हैं।

ईमानदारी और सच्चाई उच्च-नैतिकता के लिए आधार का काम करती हैं।

यह जानते हुए कि सही क्या है, उसे न करना सबसे बड़ी कायरता है।

यह जानते हुए कि सही क्या है, उसे न करना सबसे बड़ी कायरता है।

एक महान व्यक्ति का कथनी में कम, और करनी में ज्यादा होता है।

एक महान व्यक्ति का कथनी में कम, और करनी में ज्यादा होता है।

श्रेष्ठ व्यक्ति हमेशा धर्माचरण का सोचता है; आम आदमी आराम की सोचता है।

श्रेष्ठ व्यक्ति हमेशा धर्माचरण का सोचता है; आम आदमी आराम की सोचता है।

 मैं सुनता हूँ और भूल जाता हूँ, मैं देखता हूँ और याद रखता हूँ, मैं करता हूँ और समझ जाता हूँ।

मैं सुनता हूँ और भूल जाता हूँ, मैं देखता हूँ और याद रखता हूँ, मैं करता हूँ और समझ जाता हूँ।

जिसे आप खुद नहीं पसंद करते उसे दूसरों पर मत थोपिए।

जिसे आप खुद नहीं पसंद करते उसे दूसरों पर मत थोपिए।

बुराई को देखना और सुनना ही बुराई की शुरुआत है।

बुराई को देखना और सुनना ही बुराई की शुरुआत है।

 वास्तव में हमारा जीवन बहुत ही सरल हैं, लेकिन हम ही उसे जटिल बनाने पर तुले रहते हैं।

वास्तव में हमारा जीवन बहुत ही सरल हैं, लेकिन हम ही उसे जटिल बनाने पर तुले रहते हैं।