ईमानदारी और सच्चाई उच्च-नैतिकता के लिए आधार का काम करती हैं।
यह जानते हुए कि सही क्या है, उसे न करना सबसे बड़ी कायरता है।
एक महान व्यक्ति का कथनी में कम, और करनी में ज्यादा होता है।
श्रेष्ठ व्यक्ति हमेशा धर्माचरण का सोचता है; आम आदमी आराम की सोचता है।
मैं सुनता हूँ और भूल जाता हूँ, मैं देखता हूँ और याद रखता हूँ, मैं करता हूँ और समझ जाता हूँ।
जिसे आप खुद नहीं पसंद करते उसे दूसरों पर मत थोपिए।
बुराई को देखना और सुनना ही बुराई की शुरुआत है।
वास्तव में हमारा जीवन बहुत ही सरल हैं, लेकिन हम ही उसे जटिल बनाने पर तुले रहते हैं।
महानता, कभी न गिरने में नहीं हैं बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है।
वह जो खुद पर विजय हासिल कर लेते हैं। वो सबसे बड़े वीर योद्धा है।
आप जो भी काम करे, उसे पूरे दिल से करे।
मुझे लगता है एक कि फीडबैक लूप होना बहुत ज़रूरी है, जहाँ आप लगातार सोचते हैं कि आपने क्या किया है और आप इसे और कैसे बेहतर बना सकते हैं।
मेरी सबसे बड़ी गलती शायद किसी की प्रतिभा पर बहुत अधिक वजन देना है और किसी के व्यक्तित्व पर नहीं। मुझे लगता है कि यह मायने रखता है कि क्या किसी के पास एक अच्छा दिल है।
वास्तव में नकारात्मक प्रतिक्रिया पर ध्यान दें और इसे हल करें, विशेष रूप से दोस्तों से। शायद ही कोई ऐसा करता है, और यह अविश्वसनीय रूप से उपयोगी है।
पागलपन की तरह काम करें। मेरा मतलब है कि आपको बस हर हफ्ते 80 से 100 घंटे लगाने होंगे। यह सफलता की संभावनाओं को बेहतर बनाता है।
लंबे समय तक किसी से नाराज़ होने के लिए जीवन बहुत छोटा है।
यदि कुछ महत्वपूर्ण है, तो आपको प्रयास करना चाहिए। भले ही संभावित परिणाम असफलता हो।