एक जग बूँद-बूँद कर के ही भरता है.

एक जग बूँद-बूँद कर के ही भरता है.

Gautama Buddha

या तो मैं इसे होते हुए देख सकता हूँ या इसका हिस्सा बन सकता हूँ।

या तो मैं इसे होते हुए देख सकता हूँ या इसका हिस्सा बन सकता हूँ।

सहनशीलता बहुत बड़ा गुण है और इसे सीखना उतनाही कठिन।

सहनशीलता बहुत बड़ा गुण है और इसे सीखना उतनाही कठिन।

सहनशीलता बहुत बड़ा गुण है और इसे सीखना उतनाही कठिन।

सहनशीलता बहुत बड़ा गुण है और इसे सीखना उतनाही कठिन।

अगर आप किसी कार्य मे असफल नहीं हो रहे हो, तो आप से नई चीजों को अविष्कार नहीं कर रहे।

अगर आप किसी कार्य मे असफल नहीं हो रहे हो, तो आप से नई चीजों को अविष्कार नहीं कर रहे।

लोग तब बेहतर काम करते हैं जब वे जानते हैं कि लक्ष्य क्या और क्यों है।

लोग तब बेहतर काम करते हैं जब वे जानते हैं कि लक्ष्य क्या और क्यों है।

असफलता बस आपकी एक इच्छा है!

असफलता बस आपकी एक इच्छा है!

जीवन में कभी भी नयी चीजे करने से डरो मत।

जीवन में कभी भी नयी चीजे करने से डरो मत।

हमेशा महान उत्पादों पर ही महान कंपनियां बनती हैं।

हमेशा महान उत्पादों पर ही महान कंपनियां बनती हैं।

हजारों खोखले शब्दों से अच्छा वह एक शब्द है जो शांति लाये.

हजारों खोखले शब्दों से अच्छा वह एक शब्द है जो शांति लाये.

अतीत पे ध्यान मत दो, भविष्य के बारे में मत सोचो, अपने मन को वर्तमान क्षण पे केन्द्रित करो

अतीत पे ध्यान मत दो, भविष्य के बारे में मत सोचो, अपने मन को वर्तमान क्षण पे केन्द्रित करो

जैसे मोमबत्ती बिना आग के नहीं जल सकती, मनुष्य भी आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता.

जैसे मोमबत्ती बिना आग के नहीं जल सकती, मनुष्य भी आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता.

तीन चीजें ज्यादा देर तक नहीं छुप सकतीं, सूर्य, चंद्रमा और सत्य.

तीन चीजें ज्यादा देर तक नहीं छुप सकतीं, सूर्य, चंद्रमा और सत्य.

स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन है, वफ़ादारी सबसे बड़ा संबंध है!

स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन है, वफ़ादारी सबसे बड़ा संबंध है!

अपने मोक्ष के लिए खुद ही प्रयत्न करें. दूसरों पर निर्भर ना रहे!

अपने मोक्ष के लिए खुद ही प्रयत्न करें. दूसरों पर निर्भर ना रहे!

आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिये. जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती.

आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिये. जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती.

किसी विवाद में हम जैसे ही क्रोधित होते हैं हम सच का मार्ग छोड़ देते हैं, और अपने लिए प्रयास करने लगते हैं.

किसी विवाद में हम जैसे ही क्रोधित होते हैं हम सच का मार्ग छोड़ देते हैं, और अपने लिए प्रयास करने लगते हैं.

घृणा घृणा से नहीं प्रेम से ख़त्म होती है, यह शाश्वत सत्य है!

घृणा घृणा से नहीं प्रेम से ख़त्म होती है, यह शाश्वत सत्य है!

क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के सामान है, इसमें आप ही जलते हैं!

क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के सामान है, इसमें आप ही जलते हैं!