अपने मोक्ष के लिए खुद ही प्रयत्न करें. दूसरों पर निर्भर ना रहे!
आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिये. जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती.
किसी विवाद में हम जैसे ही क्रोधित होते हैं हम सच का मार्ग छोड़ देते हैं, और अपने लिए प्रयास करने लगते हैं.
घृणा घृणा से नहीं प्रेम से ख़त्म होती है, यह शाश्वत सत्य है!
क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के सामान है, इसमें आप ही जलते हैं!
मैं कभी नहीं देखता कि क्या किया जा चुका है, मैं हमेशा देखता हूँ कि क्या किया जाना बाकी है!
बिना सेहत के जीवन, जीवन नहीं है बस पीड़ा की एक स्थिति है और मौत की छवि है.
शक की आदत से भयावह कुछ भी नहीं है. शक लोगों को अलग करता है. यह एक ऐसा ज़हर है जो मित्रता ख़त्म करता है और अच्छे रिश्तों को तोड़ता है. यह एक काँटा है जो चोटिल करता है, एक तलवार है जो वध करती है.
बुराई होनी चाहिए ताकि अच्छाई उसके ऊपर अपनी पवित्रता साबित कर सके!
सबसे अँधेरी रात अज्ञानता है!
अगर आप वास्तव में स्वयं से प्रेम करते हैं, तो आप कभी भी किसी को ठेस नहीं पहुंचा सकते!
शांति अन्दर से आती है. इसे बाहर मत ढूंढो!
जो आप सोचते हैं वो आप बन जाते हैं!
जीवन में आपका उद्देश्य अपना उद्देश्य पता करना है, और उसमे जी-जान से जुट जाना है!
आप केवल वही खोते हैं, जिससे आप चिपक जाते हैं!
हम जो सोचते हैं, वो बन जाते हैं!
हर सुबह हम पुनः जन्म लेते हैं, लेकिन हम आज क्या करते हैं यही सबसे अधिक मायने रखता है!
जो बुद्धिमानी से जिए हैं उन्हें मृत्यु का भी भय नहीं होना चाहिए!