सारे गलत काम मन की वजह से होते हैं. यदि मन को बदल दिया जाए तो क्या गलत काम रह सकते हैं?
जैसे ठोस चट्टान हवा से नहीं हिलती, उसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ति प्रशंसा या आरोपों से विचलित नहीं होता!
एक क्षण एक दिन बदल सकता है, एक दिन एक जीवन को बदल सकता है और एक जीवन पूरे विश्व को बदल सकता है!
मैं दुनिया के साथ मतभेद नहीं करता; बल्कि ये दुनिया है जो मेरे साथ मतभेद करती है!
ख़ुशी इसपर निर्भर नहीं करती कि आपके पास क्या है या आप क्या हैं. ये पूरी तरह से इस पर निर्भर करती है कि आप क्या सोचते हैं!
इस पूरी दुनिया में इतना अन्धकार नहीं है कि वो एक छोटी सी मोमबत्ती का प्रकाश बुझा सके!
तुम अपने क्रोध के लिए दंड नहीं पाओगे, तुम अपने क्रोध के द्वारा दंड पाओगे!
क्रोध को पाले रखना खुद ज़हर पीकर दूसरे के मरने की अपेक्षा करने के समान है!
यदि समस्या का समाधान किया जा सकता है तो चिंता क्यों करें? यदि समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता तो चिंता करना आपको कोई फायदा नहीं पहुंचाएगा!
किसी जंगली जानवर की अपेक्षा एक कपटी और दुष्ट मित्र से अधिक डरना चाहिए, जानवर तो बस आपके शरीर को नुक्सान पहुंचा सकता है, पर एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को नुक्सान पहुंचा सकता है!
जैसे ठोस चट्टान हवा से नहीं हिलती, उसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ति अपनी प्रशंसा या आरोपों से विचलित नहीं होता!
मैं इस देश के लोगों से अनुरोध करता हूँ कि इस क्रांति को जारी रखें। अगर मैं ना रहूँ तो भी लोगों को संघर्ष जारी रखना चाहिए।
मैं नहीं कहता कि पूरा भ्रष्टाचार खत्म हो जायेगा, लेकिन कम से कम यह 40-50 प्रतिशत घट जायेगा… गरीब को फायदा होगा।
वही लूट, वही भ्रष्टाचार, वही उपद्रवता अभी भी मौजूद है!
सरकार का पैसा लोगो का पैसा है, उनसे लोगों के भले के लिए प्रभावी नीतियां बनानी चाहिए !
मैं चिंतित हूँ कि कुछ असंवेदनशील लोगों द्वारा शाशित इस देश का क्या होगा. लेकिन हम उन्हें जनशक्ति द्वारा बदल सकते हैं !
देश को वास्तविक स्वतंत्रता आज़ादी के 64 साल बाद भी नहीं मिली और केवल एक बदलाव आया गोरों की जगह काले आ गए !
जो अपने लिए जीते हैं, वो मर जाते हैं, जो समाज के लिए मरते हैं, वो जिंदा रहते हैं !