किसी जंगली जानवर की अपेक्षा एक कपटी और दुष्ट मित्र से अधिक डरना चाहिए, जानवर तो बस आपके शरीर को नुक्सान पहुंचा सकता है, पर एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को नुक्सान पहुंचा सकता है!
जैसे ठोस चट्टान हवा से नहीं हिलती, उसी प्रकार बुद्धिमान व्यक्ति अपनी प्रशंसा या आरोपों से विचलित नहीं होता!
मैं इस देश के लोगों से अनुरोध करता हूँ कि इस क्रांति को जारी रखें। अगर मैं ना रहूँ तो भी लोगों को संघर्ष जारी रखना चाहिए।
मैं नहीं कहता कि पूरा भ्रष्टाचार खत्म हो जायेगा, लेकिन कम से कम यह 40-50 प्रतिशत घट जायेगा… गरीब को फायदा होगा।
वही लूट, वही भ्रष्टाचार, वही उपद्रवता अभी भी मौजूद है!
सरकार का पैसा लोगो का पैसा है, उनसे लोगों के भले के लिए प्रभावी नीतियां बनानी चाहिए !
मैं चिंतित हूँ कि कुछ असंवेदनशील लोगों द्वारा शाशित इस देश का क्या होगा. लेकिन हम उन्हें जनशक्ति द्वारा बदल सकते हैं !
देश को वास्तविक स्वतंत्रता आज़ादी के 64 साल बाद भी नहीं मिली और केवल एक बदलाव आया गोरों की जगह काले आ गए !
जो अपने लिए जीते हैं, वो मर जाते हैं, जो समाज के लिए मरते हैं, वो जिंदा रहते हैं !
स्वतंत्रता के लिए लाखों लोगों ने अपना जीवन बलिदान कर दिया, लेकिन कुछ स्वार्थी लोगों के कारण हमें सही स्वतंत्रता नहीं मिली!
खजाने को चोरों से नहीं पहरेदारों से खतरा है। देश को सिर्फ दुश्मनों से नहीं, इन गद्दारों से खतरा है।
मैं खुद को सौभाग्यशाली समझूंगा अगर मैं अपने समाज, अपने देशवाशियों के लिए मरता हूँ!
अपने धर्म की प्रगति इसी में हैं कि हम अन्य धर्म का भी सम्मान करे!
हर धर्म हमें प्रेम, करुणा और भलाई का पाठ पढाता हैं, अगर हम इसी दिशा में आगे बढे तो कभी किसी के बीच कोई विवाद ही नहीं होगा!
आप सभी मेरे बच्चे के समान हैं. मैं इस दुनिया में और मरने के बाद भी हद से ज्यादा आपका भला और ख़ुशी चाहता हूँ!
वह व्यक्ति जो अपने सम्प्रदाय को ऊँचा दिखाने के लिए दूसरे संप्रदाय का मजाक बनाता है, वह ऐसा करके अपने ही सम्प्रदाय को बहुत नुकसान पहुंचाता है!
हमें अपने माता – पिता का आदर करना चाहिए और अपने से बड़ो का भी, जो जीवित प्राणी है उनके प्रति दया दिखानी चाहिए और हमेशा सच बोलना चाहिए!
अपने धर्म का सम्मान और दुसरो के धर्म की निंदा करना किसी धर्म में नहीं बताया गया हैं!