मछलियों कि तरह मेहमान भी तीन दिन बाद बदबू मारने लगते हैं।

मछलियों कि तरह मेहमान भी तीन दिन बाद बदबू मारने लगते हैं।

Benjamin Franklin

धन से आज तक किसी को खुशी नहीं मिली और न ही मिलेगी।

धन से आज तक किसी को खुशी नहीं मिली और न ही मिलेगी।

जितना अधिक व्यक्ति के पास धन होता है, वह उससे कहीं अधिक चाहता है।

जितना अधिक व्यक्ति के पास धन होता है, वह उससे कहीं अधिक चाहता है।

धन रिक्त स्थान को भरने के बजाय शून्यता को पैदा करता है।

धन रिक्त स्थान को भरने के बजाय शून्यता को पैदा करता है।

तैयारी करने में फेल होने का मतलब है - “फेल होने के लिए तैयारी करना”।

तैयारी करने में फेल होने का मतलब है - “फेल होने के लिए तैयारी करना”।

अगर तुम मुझे कहोगे, तो मैं भूल जाऊंगा। अगर तुम मुझे सिखाओगे, तो मैं याद रखूँगा। लेकिन अगर तुम मुझे समस्याएँ सुलझाने में शामिल करोगे तो मैं सीख जाऊंगा।

अगर तुम मुझे कहोगे, तो मैं भूल जाऊंगा। अगर तुम मुझे सिखाओगे, तो मैं याद रखूँगा। लेकिन अगर तुम मुझे समस्याएँ सुलझाने में शामिल करोगे तो मैं सीख जाऊंगा।

एक मकान तब तक घर नहीं बन सकता, जब तक कि उसमे दिमाग और शरीर दोनों के लिए, भोजन और आग न हो।

एक मकान तब तक घर नहीं बन सकता, जब तक कि उसमे दिमाग और शरीर दोनों के लिए, भोजन और आग न हो।

 कुछ लोग 25 की उम्र में मर जाते है लेकिन उनका अंतिम संस्कार 75 वर्ष की उम्र में होता है।

कुछ लोग 25 की उम्र में मर जाते है लेकिन उनका अंतिम संस्कार 75 वर्ष की उम्र में होता है।

ईश्वर उसकी मदद करता है जो खुद अपनी मदद करता है।

ईश्वर उसकी मदद करता है जो खुद अपनी मदद करता है।

जिसके पास धैर्य है वह जो चाहे वो पा सकता है।

जिसके पास धैर्य है वह जो चाहे वो पा सकता है।

अर्ध-सत्य अक्सर एक बड़ा झूठ होता है।

अर्ध-सत्य अक्सर एक बड़ा झूठ होता है।

थकान सबसे अच्छा तकिया है।

थकान सबसे अच्छा तकिया है।

कुछ ऐसा लिखें जो पढ़ने लायक हो या कुछ ऐसा करें जो लिखने लायक हो।

कुछ ऐसा लिखें जो पढ़ने लायक हो या कुछ ऐसा करें जो लिखने लायक हो।

लेनदारों की याददाश्त देनदारों से अच्छी होती है।

लेनदारों की याददाश्त देनदारों से अच्छी होती है।

संतोष गरीबों को अमीर बनाता है, असंतोष अमीरों को गरीब।

संतोष गरीबों को अमीर बनाता है, असंतोष अमीरों को गरीब।

निश्चित रूप से इस दुनिया में कुछ भी निश्चित नहीं है सिवाय मौत के।

निश्चित रूप से इस दुनिया में कुछ भी निश्चित नहीं है सिवाय मौत के।

अज्ञानी होना उतनी शर्म की बात नहीं है जितना कि सीखने की इच्छा ना रखना।

अज्ञानी होना उतनी शर्म की बात नहीं है जितना कि सीखने की इच्छा ना रखना।

छोटे-छोटे खर्चों से सावधान रहिये, क्योंकि एक छोटा सा छेद बड़े से जहाज़ को डूबा सकता है।

छोटे-छोटे खर्चों से सावधान रहिये, क्योंकि एक छोटा सा छेद बड़े से जहाज़ को डूबा सकता है।

 हम सब अज्ञानी पैदा हुए हैं, लेकिन बेवकूफ बने रहने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए ।

हम सब अज्ञानी पैदा हुए हैं, लेकिन बेवकूफ बने रहने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए ।