सादगी से जिए ताकि दूसरे भी जी सकें।

सादगी से जिए ताकि दूसरे भी जी सकें।

Mother Teresa

 हम सभी महान कार्य नहीं कर सकते लेकिन हम अन्य कार्यों को प्रेम से कर सकते हैं।

हम सभी महान कार्य नहीं कर सकते लेकिन हम अन्य कार्यों को प्रेम से कर सकते हैं।

अनुशासन लक्ष्यों और उपलब्धि के बीच का एक पुल है।

अनुशासन लक्ष्यों और उपलब्धि के बीच का एक पुल है।

 खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते. लेकिन अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत होते है।

खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते. लेकिन अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत होते है।

दया और प्रेम भरे शब्द छोटे हो सकते हैं लेकिन वास्तव में उनकी गूँज की कोई सीमा नहीं।

दया और प्रेम भरे शब्द छोटे हो सकते हैं लेकिन वास्तव में उनकी गूँज की कोई सीमा नहीं।

कल जा चुका है, कल अभी आया नहीं है, हमारे पास तो केवल आज है, चलिए शुरुआत करते हैं।

कल जा चुका है, कल अभी आया नहीं है, हमारे पास तो केवल आज है, चलिए शुरुआत करते हैं।

कुछ लोग आपकी ज़िन्दगी में आशीर्वाद की तरह कुछ लोग एक सबक की तरह।

कुछ लोग आपकी ज़िन्दगी में आशीर्वाद की तरह कुछ लोग एक सबक की तरह।

 सबसे बड़ी बीमारी कुष्ठ रोग या तपेदिक नहीं है , बल्कि अवांछित होना ही सबसे बड़ी बीमारी है।

सबसे बड़ी बीमारी कुष्ठ रोग या तपेदिक नहीं है , बल्कि अवांछित होना ही सबसे बड़ी बीमारी है।

लोग अवास्तविक, विसंगत और आत्मा केन्द्रित होते हैं फिर भी उन्हें प्यार दीजिये।

लोग अवास्तविक, विसंगत और आत्मा केन्द्रित होते हैं फिर भी उन्हें प्यार दीजिये।

हम सभी ईश्वर के हाथ में एक कलम के सामान है।

हम सभी ईश्वर के हाथ में एक कलम के सामान है।

बिना प्रेम के कार्य करना दासता है।

बिना प्रेम के कार्य करना दासता है।

यीशु ने कहा है की एक दूसरे से प्रेम करो, उन्होंने यह नहीं कहा की समस्त संसार से प्रेम करो।

यीशु ने कहा है की एक दूसरे से प्रेम करो, उन्होंने यह नहीं कहा की समस्त संसार से प्रेम करो।

सबसे बड़ा रोग किसी के लिए भी कुछ न होना है।

सबसे बड़ा रोग किसी के लिए भी कुछ न होना है।

 कार्य में प्रार्थना प्यार है, कार्य में प्यार सेवा है।

कार्य में प्रार्थना प्यार है, कार्य में प्यार सेवा है।

छोटी चीजों में वफादार रहिये क्योंकि इन्हीं में आपकी शक्ति निहित है।

छोटी चीजों में वफादार रहिये क्योंकि इन्हीं में आपकी शक्ति निहित है।

 अकेलापन और किसी के द्वारा न चाहने की भावना का होना भयानक गरीबी के सामान है।

अकेलापन और किसी के द्वारा न चाहने की भावना का होना भयानक गरीबी के सामान है।

शांति की शुरुआत मुस्कराहट से होती है।

शांति की शुरुआत मुस्कराहट से होती है।

 जब आप अपने अन्दर से अहंकार मिटा देंगे तभी आपको वास्तविक शांति प्राप्त होगी।

जब आप अपने अन्दर से अहंकार मिटा देंगे तभी आपको वास्तविक शांति प्राप्त होगी।

ये मित्र संगठित हैं, और फिर से अलग नहीं होंगे, उन्हें स्वंय सृजनकर्ता भगवान् ने एक किया है।

ये मित्र संगठित हैं, और फिर से अलग नहीं होंगे, उन्हें स्वंय सृजनकर्ता भगवान् ने एक किया है।