प्रश्न कर पाने की क्षमता ही मानव प्रगति का आधार है।

प्रश्न कर पाने की क्षमता ही मानव प्रगति का आधार है।

Indira Gandhi

आपको आराम के समय क्रियाशील रहना चाहिए और आपको गतिविधि के समय स्थिर रहना सीख लेना चाहिए।

आपको आराम के समय क्रियाशील रहना चाहिए और आपको गतिविधि के समय स्थिर रहना सीख लेना चाहिए।

यह कभी मत भूलों कि जब हम चुप हैं, तो हम एक हैं और जब हम बात करते हैं तो हम दो हैं।

यह कभी मत भूलों कि जब हम चुप हैं, तो हम एक हैं और जब हम बात करते हैं तो हम दो हैं।

जिंदगी का उद्देश्य विश्वास करना, उम्मीद करना और चेष्टा करना है।

जिंदगी का उद्देश्य विश्वास करना, उम्मीद करना और चेष्टा करना है।

देशों के बीच की शांति, व्यक्तियों के बीच प्‍यार की ठोस बुनियाद पर टिकी होती है।

देशों के बीच की शांति, व्यक्तियों के बीच प्‍यार की ठोस बुनियाद पर टिकी होती है।

वहां प्रेम नहीं है जहां इच्छा नहीं है।

वहां प्रेम नहीं है जहां इच्छा नहीं है।

उन मंत्रियों से सावधान रहना चाहिए जो बिना पैसों के कुछ नहीं कर सकते, और उनसे भी जो पैसे लेकर कुछ भी करने की इच्छा रखते हैं।

उन मंत्रियों से सावधान रहना चाहिए जो बिना पैसों के कुछ नहीं कर सकते, और उनसे भी जो पैसे लेकर कुछ भी करने की इच्छा रखते हैं।

आप बंद मुट्ठी से हाथ नहीं मिला सकते।

आप बंद मुट्ठी से हाथ नहीं मिला सकते।

संतोष प्राप्ति में नहीं, बल्कि प्रयास में होता है, पूरा प्रयास पूर्ण विजय है।

संतोष प्राप्ति में नहीं, बल्कि प्रयास में होता है, पूरा प्रयास पूर्ण विजय है।

भारत में कोई राजनेता इतना साहसी नहीं है कि वो लोगों को यह समझाने का प्रयास कर सके कि गायों को खाया जा सकता है।

भारत में कोई राजनेता इतना साहसी नहीं है कि वो लोगों को यह समझाने का प्रयास कर सके कि गायों को खाया जा सकता है।

 लोग अपने कर्तव्यों को भूल जाते हैं पर अधिकारों को याद रखते हैं।

लोग अपने कर्तव्यों को भूल जाते हैं पर अधिकारों को याद रखते हैं।

कभी भी किसी दीवार को तब तक ना गिराओ, जब तक कि आपको ये पता ना हो कि यह किस काम के लिए खड़ी की गई थी।

कभी भी किसी दीवार को तब तक ना गिराओ, जब तक कि आपको ये पता ना हो कि यह किस काम के लिए खड़ी की गई थी।

 क्षमा वीरों का गुण है।

क्षमा वीरों का गुण है।

शहादत कुछ ख़त्म नहीं करती, वो महज़ शुरआत है।

शहादत कुछ ख़त्म नहीं करती, वो महज़ शुरआत है।

मेरे सभी खेल राजनीतिक खेल होते थे, मैं जोन ऑफ आर्क की तरह थी, मुझे हमेशा दांव पर लगा दिया जाता था।

मेरे सभी खेल राजनीतिक खेल होते थे, मैं जोन ऑफ आर्क की तरह थी, मुझे हमेशा दांव पर लगा दिया जाता था।

मेरे पिता एक राजनीतिक व्यक्ति और संत थे लेकिन मैं केवल एक राजनैतिक औरत हूँ।

मेरे पिता एक राजनीतिक व्यक्ति और संत थे लेकिन मैं केवल एक राजनैतिक औरत हूँ।

 क्रोध कभी बिना तर्क के नहीं होता, लेकिन कभी -कभार ही एक अच्छे तर्क के साथ।

क्रोध कभी बिना तर्क के नहीं होता, लेकिन कभी -कभार ही एक अच्छे तर्क के साथ।

 जब कभी भी आप एक कदम आगे बढ़ाते हैं, आप किसी न किसी को डिस्टर्ब करते हैं।

जब कभी भी आप एक कदम आगे बढ़ाते हैं, आप किसी न किसी को डिस्टर्ब करते हैं।

हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत में ताकत का प्रतीक एक महिला ।

हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत में ताकत का प्रतीक एक महिला ।