तपन और हम दोनों की एक ही विशेषता है कि हमें न ज्यादा पास होना चाहिए और न ही ज्यादा दूर।

तपन और हम दोनों की एक ही विशेषता है कि हमें न ज्यादा पास होना चाहिए और न ही ज्यादा दूर।

Gyanvatsal Swami

पुस्तकें वो साधन हैं जिनके माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियों  के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं.

पुस्तकें वो साधन हैं जिनके माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं.

हमें राजनीतिक या आर्थिक बदलाव से शांति नहीं मिलती बल्कि शांति मानवीय स्वभाव में बदलाव से आ सकती है।

हमें राजनीतिक या आर्थिक बदलाव से शांति नहीं मिलती बल्कि शांति मानवीय स्वभाव में बदलाव से आ सकती है।

 दुनिया के सारे संगठन अप्रभावी हो जायेंगे यदि यह सत्य कि प्रेम द्वेष से शक्तिशाली होता है उन्हें प्रेरित नही करता!

दुनिया के सारे संगठन अप्रभावी हो जायेंगे यदि यह सत्य कि प्रेम द्वेष से शक्तिशाली होता है उन्हें प्रेरित नही करता!

एक भरी हुई किताब जो हमेशा बंद रहती है, वह सिर्फ कागज का ढेर है।

एक भरी हुई किताब जो हमेशा बंद रहती है, वह सिर्फ कागज का ढेर है।

किसी भी इंसान के हास्य से उसके गुण और स्वभाव का अंदाजा अक्सर लगाया जा सकता है।

किसी भी इंसान के हास्य से उसके गुण और स्वभाव का अंदाजा अक्सर लगाया जा सकता है।

जब कोई काम करते हुए भीतर का शोर न करे तो उस काम को छोड़ दें, नहीं तो पछताने की बारी आपकी होगी।

जब कोई काम करते हुए भीतर का शोर न करे तो उस काम को छोड़ दें, नहीं तो पछताने की बारी आपकी होगी।

अपने जीवन को इतना मत बदलो कि जिसे तुम प्यार करते हो वह भी तुम्हें अपना दुख न बता सके।

अपने जीवन को इतना मत बदलो कि जिसे तुम प्यार करते हो वह भी तुम्हें अपना दुख न बता सके।

दूसरों को अपनी विफलता का कारण मानने के बजाय स्वयं के दोषों को सुधारने में ही समझदारी है।

दूसरों को अपनी विफलता का कारण मानने के बजाय स्वयं के दोषों को सुधारने में ही समझदारी है।

ऐसे व्यक्ति को समझना आसान नहीं है जो सब कुछ जानता है लेकिन बोलता नहीं है।

ऐसे व्यक्ति को समझना आसान नहीं है जो सब कुछ जानता है लेकिन बोलता नहीं है।

जिद की गांठ ढीली हो जाए तो सारे उलझे हुए रिश्ते सीधे हो जाएंगे।

जिद की गांठ ढीली हो जाए तो सारे उलझे हुए रिश्ते सीधे हो जाएंगे।

कभी भी समय और नियति पर गर्व न करें। परिवर्तन कभी भी हो सकता है।

कभी भी समय और नियति पर गर्व न करें। परिवर्तन कभी भी हो सकता है।

जीवन के लक्ष्य को इतना ऊँचा बनाओ कि जीवन में समय व्यर्थ न बढ़े।

जीवन के लक्ष्य को इतना ऊँचा बनाओ कि जीवन में समय व्यर्थ न बढ़े।