हम जिन्दगी में जो भी पाना चाहते है उसे चुन सकते है, लेकिन उसके परिणाम को हम चुन नहीं सकते।

हम जिन्दगी में जो भी पाना चाहते है उसे चुन सकते है, लेकिन उसके परिणाम को हम चुन नहीं सकते।

Amitabh Bachchan

मैं हिन्दू परम्परा में गर्व महसूस करता हूं लेकिन मुझे भारतीय परम्परा में और ज्यादा गर्व है।

मैं हिन्दू परम्परा में गर्व महसूस करता हूं लेकिन मुझे भारतीय परम्परा में और ज्यादा गर्व है।

देश एक मन्दिर है, हम पुजारी हैं, राष्ट्रदेव की पूजा में हमने अपने को समर्पित कर देना चाहिए।

देश एक मन्दिर है, हम पुजारी हैं, राष्ट्रदेव की पूजा में हमने अपने को समर्पित कर देना चाहिए।

जीवन जीना एक कला है। एक विज्ञान है दोनों का समन्‍वय आवश्यक है।

जीवन जीना एक कला है। एक विज्ञान है दोनों का समन्‍वय आवश्यक है।

टूट सकते हैं मगर झुक नहीं सकते।

टूट सकते हैं मगर झुक नहीं सकते।

जलना होगा, गलना होगा। कदम मिलकर चलना होगा।

जलना होगा, गलना होगा। कदम मिलकर चलना होगा।

मैं एक सुपरस्टार हूँ, मैंने आज तक इस बात पर यकीन नहीं किया।

मैं एक सुपरस्टार हूँ, मैंने आज तक इस बात पर यकीन नहीं किया।

आपका जीवन में लक्ष्य क्या है और आप उन लक्ष्यों को पाने के लिए क्या क्या कर रहे है, इन दोनों बातों में बहुत फर्क है।

आपका जीवन में लक्ष्य क्या है और आप उन लक्ष्यों को पाने के लिए क्या क्या कर रहे है, इन दोनों बातों में बहुत फर्क है।

अपनी नजरों को सूरज पर रखने से परछाई कभी भी नहीं दिखाई देती।

अपनी नजरों को सूरज पर रखने से परछाई कभी भी नहीं दिखाई देती।

अच्छे बनने के लिए कोई वजह मत ढूंढो, आप बेवजह भी अच्छे बन सकते है।

अच्छे बनने के लिए कोई वजह मत ढूंढो, आप बेवजह भी अच्छे बन सकते है।

अपना जीवन जीने के दो तरीके हैं। एक मायने के कुछ भी चमत्कार नहीं हैं, दूसरे मायने के सबकुछ चमत्कार हैं।

अपना जीवन जीने के दो तरीके हैं। एक मायने के कुछ भी चमत्कार नहीं हैं, दूसरे मायने के सबकुछ चमत्कार हैं।

जीवन एक साइकिल चलाने की तरह है। अपना संतुलन बनाये रखने के लिए आपको चलते रहना होगा।

जीवन एक साइकिल चलाने की तरह है। अपना संतुलन बनाये रखने के लिए आपको चलते रहना होगा।

बुद्धि का सही संकेत ज्ञान नहीं बल्कि कल्पनाशीलता है।

बुद्धि का सही संकेत ज्ञान नहीं बल्कि कल्पनाशीलता है।

दो चीजें अनंत हैं ब्रह्माण्ड और मनुष्य कि मूर्खता।

दो चीजें अनंत हैं ब्रह्माण्ड और मनुष्य कि मूर्खता।

मैं कुछ खास प्रतिभाशाली नहीं हूँ, मैं केवल प्रबल जिज्ञासु हूँ।

मैं कुछ खास प्रतिभाशाली नहीं हूँ, मैं केवल प्रबल जिज्ञासु हूँ।

तथ्य अनेक हो सकते है लेकिन सच्चाई हमेसा एक ही होती है।

तथ्य अनेक हो सकते है लेकिन सच्चाई हमेसा एक ही होती है।

खड़े होकर सिर्फ समुद्र के पानी को देखने से आप समुंद्र पार नही करते है इसके लिए हमे खुद को आगे बढ़ाना है।

खड़े होकर सिर्फ समुद्र के पानी को देखने से आप समुंद्र पार नही करते है इसके लिए हमे खुद को आगे बढ़ाना है।

प्रसन्न रहना सरल है लेकिन सरल रहना यह बहुत ही कठिन है।

प्रसन्न रहना सरल है लेकिन सरल रहना यह बहुत ही कठिन है।

यदि आप गलतियों के लिए अपने दरवाजे बंद करते है तो सत्य अपने आप बाहर आ जायेगा।

यदि आप गलतियों के लिए अपने दरवाजे बंद करते है तो सत्य अपने आप बाहर आ जायेगा।