यदि हम अभी भी पारंपरिक दृष्टिकोण अपनाते हैं तो मेक इन इंडिया काम नही करेगा।
यदि आप एक आधुनिक समाज बनाने जा रहे हैं तो आपको शिक्षित महिलाओं की जरूरत होगी।
जब आप सही लक्ष्य, आकांक्षाएं निर्धारित करते हैं, और आप कुशलतापूर्वक और लगन से काम करते हैं, तो संख्याएं घटित होती हैं।
लीडर पीछे या किनारे पर नहीं देखते वह वह हमेशा आगे देखते हैं।
आप अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरें।
जिंदगी का सिखाने का एक दिलचस्प तरीका है यहां तक कि शक्तिशाली लोगो को भी, कि धन से खुशी क्षणभंगुर होती है।
आप अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरें।
जब आप सही लक्ष्य निर्धारित करते हैं, और आप कुशलतापूर्वक और लगन से काम करते हैं, तो परिणाम जरूर मिलेंगे।
कोई नहीं जानता कि दुनिया कैसे बदलेगी। यही एक तरीका हैं कि भविष्य के लिए योजनाए बनाइये। आपको उनमें से एक पर विश्वास की छलांग लगाने का साहस करना होगा।
अच्छी किताबें होती है और अच्छे दोस्त होते हैं। जल्दी समझ में नहीं आता इसलिए दोस्ती बहुत समझकर कीजिएगा ।
पतंग को तो पता होता है की उसका अंत कचरे में होगा पर उससे पहले उसे आसमान छू कर दिखाना होता है।
तूफान ज्यादा हो जाए तो कशती डूब जाती है और घमंद ज्यादा हो जाए तो हस्ती डूब जाती है।
ज्ञान के बदले फीस लेना तो हमारा कल्चर ही नहीं है, गुरु दक्षिणा हमारा कल्चर है।
हथियार तो इक्का, दुक्का व्यक्ति की जान लेगा, लेकिन शिक्षा एक ऐसा सटीक अस्त्र है जो अन्याय और कुरीति को जड़ से उखाड़ सकता है
पहचान से मिला काम शायद ज्यादा टिकेगा नहीं, लेकिन काम से मिली पहचान कभी मिटेगी नहीं।
सब को अपने अपने कर्मों का पता होता ही है, यूंही गंगा किनारे इतनी भीड़ नहीं लगी रहती”
पहचान से मिला काम शायद ज्यादा टिकेगा नहीं, लेकिन काम से मिली पहचान कभी मिटेगी नहीं।
जरूरी नहीं कि हर चीज आपको किताबें और यूनिवर्सिटी में ही पढ़ाया जाएगा । बहुत सी चीजें हैं जो आपकी खाली पेट और खाली जेब सिखाएगी जो आपको कोई टीचर नहीं सिखाएगा।