यह जानना कहीं ज्यादा ज़रूरी है कि किस तरह के व्यक्ति को बीमारी है बजाये इसके कि व्यक्ति को किस तरह की बीमारी है।

यह जानना कहीं ज्यादा ज़रूरी है कि किस तरह के व्यक्ति को बीमारी है बजाये इसके कि व्यक्ति को किस तरह की बीमारी है।

Hippocrates

हमारे भीतर की प्राकृतिक शक्तियाँ ही रोगों की सच्ची उपचारक हैं।

हमारे भीतर की प्राकृतिक शक्तियाँ ही रोगों की सच्ची उपचारक हैं।

उपचार समय की बात है, लेकिन यह कभी-कभी अवसर की बात भी होती है।

उपचार समय की बात है, लेकिन यह कभी-कभी अवसर की बात भी होती है।

मरीज़ों के उन दोषों पर भी नज़र रखें, जो अक्सर उन्हें बताई गई चीज़ों को लेने के बारे में झूठ बोलते हैं।

मरीज़ों के उन दोषों पर भी नज़र रखें, जो अक्सर उन्हें बताई गई चीज़ों को लेने के बारे में झूठ बोलते हैं।

किसी को स्वस्थ्य करने से पहले, उससे पूछें कि क्या वह उन चीजों को छोड़ने को तैयार है जो उसे बीमार करती हैं।

किसी को स्वस्थ्य करने से पहले, उससे पूछें कि क्या वह उन चीजों को छोड़ने को तैयार है जो उसे बीमार करती हैं।

ज़िन्दगी इतनी छोटी है, कारीगरी सीखना इतना लम्बा।

ज़िन्दगी इतनी छोटी है, कारीगरी सीखना इतना लम्बा।

जिसका उपयोग किया जाता है वह विकसित होता है। जिसका उपयोग नहीं किया जाता है वह बेकार हो जाता है।

जिसका उपयोग किया जाता है वह विकसित होता है। जिसका उपयोग नहीं किया जाता है वह बेकार हो जाता है।

यदि आप रोगी को भोजन से ठीक कर सकते हैं तो अपनी दवाओं को केमिस्ट के बर्तन में छोड़ दें।

यदि आप रोगी को भोजन से ठीक कर सकते हैं तो अपनी दवाओं को केमिस्ट के बर्तन में छोड़ दें।

प्रकृति खुद में सबसे अच्छी चिकित्सक है। हम में से प्रत्येक के भीतर प्राकृतिक उपचार शक्ति ठीक होने में सबसे बड़ी शक्ति है।

प्रकृति खुद में सबसे अच्छी चिकित्सक है। हम में से प्रत्येक के भीतर प्राकृतिक उपचार शक्ति ठीक होने में सबसे बड़ी शक्ति है।

यदि आपका मूड खराब है तो टहलने जाएं। यदि उसके बाद भी आपका मूड ख़राब हैं तो दूसरी बार सैर पर जाएं।

यदि आपका मूड खराब है तो टहलने जाएं। यदि उसके बाद भी आपका मूड ख़राब हैं तो दूसरी बार सैर पर जाएं।

जीवन छोटा है, कला लंबी है, अवसर क्षणभंगुर है, अनुभव विश्वासघाती है, निर्णय कठिन है।

जीवन छोटा है, कला लंबी है, अवसर क्षणभंगुर है, अनुभव विश्वासघाती है, निर्णय कठिन है।

दो चीजों की आदत डालो: मदद करने की; या कम से कम कोई नुक्सान ना पहुंचाने की।

दो चीजों की आदत डालो: मदद करने की; या कम से कम कोई नुक्सान ना पहुंचाने की।

शरीर तब बीमार जो जाता है जब आपके खाने और व्यायाम करने में कमी होती है।

शरीर तब बीमार जो जाता है जब आपके खाने और व्यायाम करने में कमी होती है।

फिजिशियन इलाज कर सकता है, लेकिन प्रकृति ही बीमार व्यक्ति को ठीक करती है।

फिजिशियन इलाज कर सकता है, लेकिन प्रकृति ही बीमार व्यक्ति को ठीक करती है।

जहाँ कहीं भी चिकित्सा की कला से प्रेम किया जाता है, वहां मानवता के लिए भी प्रेम होता है।

जहाँ कहीं भी चिकित्सा की कला से प्रेम किया जाता है, वहां मानवता के लिए भी प्रेम होता है।

चलना मनुष्य की सर्वोत्तम औषधि है।

चलना मनुष्य की सर्वोत्तम औषधि है।

जहां चिकित्सा की कला को प्यार किया जाता है, वहां मानवता का प्यार भी होता है।

जहां चिकित्सा की कला को प्यार किया जाता है, वहां मानवता का प्यार भी होता है।

हमारे अन्दर की प्राकृतिक ताकतें बीमारियों की सच्ची आरोग्यसाधक होती हैं।

हमारे अन्दर की प्राकृतिक ताकतें बीमारियों की सच्ची आरोग्यसाधक होती हैं।

चरम बीमारियों के लिए चरम उपचार बहुत ही उपयुक्त है।

चरम बीमारियों के लिए चरम उपचार बहुत ही उपयुक्त है।