खुद को पहचानना। यह सबसे बड़ी सेवा है जो आप संसार को दे सकते हो

खुद को पहचानना। यह सबसे बड़ी सेवा है जो आप संसार को दे सकते हो

Ramana Maharshi

यह मानव मन ही है जो अपनी मुश्किलें खुद पैदा करता है और फिर मदद के लिए पुकारता है।

यह मानव मन ही है जो अपनी मुश्किलें खुद पैदा करता है और फिर मदद के लिए पुकारता है।

अंदर’ या ‘बिना’ जैसा कुछ नहीं है। दोनों का मतलब या तो एक ही है या कुछ भी नहीं।

अंदर’ या ‘बिना’ जैसा कुछ नहीं है। दोनों का मतलब या तो एक ही है या कुछ भी नहीं।

भक्ति पूर्ण ज्ञान में परिणत होती है।

भक्ति पूर्ण ज्ञान में परिणत होती है।

इसका विचार मत करो कि तुम मरने के बाद क्या होंगे आपको यह समझना है कि तुम इस समय क्या हो

इसका विचार मत करो कि तुम मरने के बाद क्या होंगे आपको यह समझना है कि तुम इस समय क्या हो

स्वयं को महसूस करने के लिए केवल “स्थिर रहो” की आवश्यकता है।

स्वयं को महसूस करने के लिए केवल “स्थिर रहो” की आवश्यकता है।

न अतीत है न भविष्य है। केवल वर्तमान है।

न अतीत है न भविष्य है। केवल वर्तमान है।

आप इसमें रुचि लेने से इनकार करके ही विचारों के प्रवाह को रोक सकते हैं

आप इसमें रुचि लेने से इनकार करके ही विचारों के प्रवाह को रोक सकते हैं

दुख का कारण बाहर नहीं है। यह तो अपने भीतर हैं। दुख अहंकार से ही पैदा होता है

दुख का कारण बाहर नहीं है। यह तो अपने भीतर हैं। दुख अहंकार से ही पैदा होता है

आपके मन ने आपको सब सीमाओं में बांधा है। आप मूल रूप से अनंत और परिपूर्ण हैं।

आपके मन ने आपको सब सीमाओं में बांधा है। आप मूल रूप से अनंत और परिपूर्ण हैं।

कोई भी बिना कोशिश किए सफल नहीं हो सकता हैं, जो लोग सफल होते हैं उनमें सफलता पाने की जिद होती हैं।

कोई भी बिना कोशिश किए सफल नहीं हो सकता हैं, जो लोग सफल होते हैं उनमें सफलता पाने की जिद होती हैं।

सौंदर्य क्या है, इसे समझने में हम प्रेम को जानेंगे, क्योंकि सौंदर्य की समझ हृदय की शांति है।

सौंदर्य क्या है, इसे समझने में हम प्रेम को जानेंगे, क्योंकि सौंदर्य की समझ हृदय की शांति है।

अंत सभी चीजों की शुरूआत है|

अंत सभी चीजों की शुरूआत है|

आत्म ज्ञान होने पर ही भय से मुक्ति हो सकती है। आत्म-ज्ञान ज्ञान की शुरुआत है, जो भय का अंत है।

आत्म ज्ञान होने पर ही भय से मुक्ति हो सकती है। आत्म-ज्ञान ज्ञान की शुरुआत है, जो भय का अंत है।

वास्तविक शिक्षा तब आती है जब प्रतिस्पर्धी भावना समाप्त हो जाती है|

वास्तविक शिक्षा तब आती है जब प्रतिस्पर्धी भावना समाप्त हो जाती है|

तुलना करना मन का स्वभाव है जो सत्य की खोज के लिए जागृत नहीं है।

तुलना करना मन का स्वभाव है जो सत्य की खोज के लिए जागृत नहीं है।

महत्त्वाकांक्षी व्यक्ति को कभी भी अपना सच्चा पेशा नहीं मिला..

महत्त्वाकांक्षी व्यक्ति को कभी भी अपना सच्चा पेशा नहीं मिला..

सत्य ही हमें आजाद करता है , आजाद होने की कोशिशे नहीं |

सत्य ही हमें आजाद करता है , आजाद होने की कोशिशे नहीं |

महत्वपूर्ण बात यह है कि सबसे पहले यह पता करें कि आप किससे डरते हैं, इसे समझें और इससे दूर न भागें।

महत्वपूर्ण बात यह है कि सबसे पहले यह पता करें कि आप किससे डरते हैं, इसे समझें और इससे दूर न भागें।