जीवन का महत्व जीना है।

जीवन का महत्व जीना है।

Jiddu Krishnamurti

स्वयं को न जानना ही अज्ञानता है , खुद को जानना ही ज्ञान हासिल करने की शुरुआत है |

स्वयं को न जानना ही अज्ञानता है , खुद को जानना ही ज्ञान हासिल करने की शुरुआत है |

शांति तभी आ सकती है जब प्रेम हो।

शांति तभी आ सकती है जब प्रेम हो।

विचार ही भय का मूल है।

विचार ही भय का मूल है।

सतर्क मौन में ही सत्य हो सकता है।

सतर्क मौन में ही सत्य हो सकता है।

सुखी है वह मनुष्य जो कुछ भी नहीं है।

सुखी है वह मनुष्य जो कुछ भी नहीं है।

एकांत सुन्दर अनुभूति है | एकांत में होने का अर्थ अकेले होना नहीं है | इसका अर्थ है मस्तिष्क समाज द्वारा प्रभावित और प्रदूषित नहीं है |

एकांत सुन्दर अनुभूति है | एकांत में होने का अर्थ अकेले होना नहीं है | इसका अर्थ है मस्तिष्क समाज द्वारा प्रभावित और प्रदूषित नहीं है |

स्वयं को समझना ज्ञान की शुरुआत है।

स्वयं को समझना ज्ञान की शुरुआत है।

सत्य पथहीन भूमि है।

सत्य पथहीन भूमि है।

आदेश संभवतः किसी भी परिस्थिति में एक पैटर्न के अनुरूप नहीं लाया जा सकता है।

आदेश संभवतः किसी भी परिस्थिति में एक पैटर्न के अनुरूप नहीं लाया जा सकता है।

विश्लेषण चेतना को परिवर्तित नहीं करता है।

विश्लेषण चेतना को परिवर्तित नहीं करता है।

ज्ञान प्राप्त करना अनुकरण का एक रूप है।

ज्ञान प्राप्त करना अनुकरण का एक रूप है।

यदि हम वास्तव में समस्या को समझ सकें, तो उत्तर उसी में से निकलेगा, क्योंकि उत्तर समस्या से अलग नहीं है।

यदि हम वास्तव में समस्या को समझ सकें, तो उत्तर उसी में से निकलेगा, क्योंकि उत्तर समस्या से अलग नहीं है।

. मेरा सपना कोई खिलाडी बनना था।

. मेरा सपना कोई खिलाडी बनना था।

मैं बचपन में जितना नॉटी था, उतना आज भी नॉटी हूँ, लेकिन मैं कभी ऐसी कोई हरकत नहीं करता हूँ जिससे किसी का दिल दुखे।

मैं बचपन में जितना नॉटी था, उतना आज भी नॉटी हूँ, लेकिन मैं कभी ऐसी कोई हरकत नहीं करता हूँ जिससे किसी का दिल दुखे।

 इस दुनिया में युवा सबसे समझदार दर्शक है।

इस दुनिया में युवा सबसे समझदार दर्शक है।

मैं कभी भी परदे पर चुंबन नहीं करता।

मैं कभी भी परदे पर चुंबन नहीं करता।

सफल जीवन के लिए जितना जरूरी है पागलपन, उससे कहीं ज्‍यादा जरूरी है रोमैंटिक होना।

सफल जीवन के लिए जितना जरूरी है पागलपन, उससे कहीं ज्‍यादा जरूरी है रोमैंटिक होना।

राजा वो है जो कितना देता है न कि लोगों से कितना लेता है।

राजा वो है जो कितना देता है न कि लोगों से कितना लेता है।