जब कोई नहीं जानता कि कोई व्यक्ति कहां और कब कौन सी भूमिका निभाएगा, तो वह हमेशा शक्तिशाली होता है चाहे वह सत्ता में हो या नहीं।

जब कोई नहीं जानता कि कोई व्यक्ति कहां और कब कौन सी भूमिका निभाएगा, तो वह हमेशा शक्तिशाली होता है चाहे वह सत्ता में हो या नहीं।

Sharad Pawar

कुछ लोगों को यह पसंद हो या न हो लेकिन मैं अभी भी किसान हूं और रहूंगा।

कुछ लोगों को यह पसंद हो या न हो लेकिन मैं अभी भी किसान हूं और रहूंगा।

एक व्यक्ति की भावनात्मक डोर उस स्थान से पूरी तरह जुड़ी होती है जहां उसका जन्म हुआ है

एक व्यक्ति की भावनात्मक डोर उस स्थान से पूरी तरह जुड़ी होती है जहां उसका जन्म हुआ है

मेरे मन में जो भी है मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं।'

मेरे मन में जो भी है मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं।'

राष्ट्रहित में निर्णय लेते समय यदि सरकार को कभी निर्णय लेने का अवसर मिले तो उसे ऐसा करना चाहिए।

राष्ट्रहित में निर्णय लेते समय यदि सरकार को कभी निर्णय लेने का अवसर मिले तो उसे ऐसा करना चाहिए।

बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आपको कड़वी गोली की जरूरत है।

बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आपको कड़वी गोली की जरूरत है।

राजनीति में किसी बड़े अवसर की उम्मीद न करें क्योंकि हर चीज़ में कुछ समय लगता है।

राजनीति में किसी बड़े अवसर की उम्मीद न करें क्योंकि हर चीज़ में कुछ समय लगता है।

मैंने अपने राजनीति करियर में कई सूर्योदय और सूर्यास्त देखे हैं, उनमें से कुछ अच्छे थे और कुछ बुरे।

मैंने अपने राजनीति करियर में कई सूर्योदय और सूर्यास्त देखे हैं, उनमें से कुछ अच्छे थे और कुछ बुरे।

राजनीति समय का खेल है

राजनीति समय का खेल है

मेरे लिए मेरा आम कार्यकर्ता ही महत्वपूर्ण नेता है.

मेरे लिए मेरा आम कार्यकर्ता ही महत्वपूर्ण नेता है.

जिस बंदे को दिन की पेट भर रोटी नहीं मिलती, उसके लिए इज्‍जत और मर्यादा सब ढोंग है।

जिस बंदे को दिन की पेट भर रोटी नहीं मिलती, उसके लिए इज्‍जत और मर्यादा सब ढोंग है।

कर्तव्य कभी आग और पानी की परवाह नहीं करता, कर्तव्य पालन में ही चित्त की शांति है।

कर्तव्य कभी आग और पानी की परवाह नहीं करता, कर्तव्य पालन में ही चित्त की शांति है।

जिस प्रकार नेत्रहीन के लिए दर्पण बेकार है उसी प्रकार बुद्धिहीन के लिए विद्या बेकार है।

जिस प्रकार नेत्रहीन के लिए दर्पण बेकार है उसी प्रकार बुद्धिहीन के लिए विद्या बेकार है।

 मै एक मज़दूर हूँ। जिस दिन कुछ लिख न लूँ, उस दिन मुझे रोटी खाने का कोई हक नहीं।

मै एक मज़दूर हूँ। जिस दिन कुछ लिख न लूँ, उस दिन मुझे रोटी खाने का कोई हक नहीं।

कभी-कभी हमें उन लोगों से शिक्षा मिलती है, जिन्हें हम अभिमान वश अज्ञानी समझते हैं।

कभी-कभी हमें उन लोगों से शिक्षा मिलती है, जिन्हें हम अभिमान वश अज्ञानी समझते हैं।

 क्रोध में मनुष्य अपने मन की बात कहने के बजाय दूसरों के ह्रदय को ज़्यादा दुखाता है।

क्रोध में मनुष्य अपने मन की बात कहने के बजाय दूसरों के ह्रदय को ज़्यादा दुखाता है।

 कुल की प्रतिष्ठा सदव्यवहार और विनम्रता से होती है, हेकड़ी और रौब दिखाने से नहीं।

कुल की प्रतिष्ठा सदव्यवहार और विनम्रता से होती है, हेकड़ी और रौब दिखाने से नहीं।

 क्रोध मौन सहन नहीं कर सकता है। मौन के आगे क्रोध की शक्ति असफल हो जाती है।

क्रोध मौन सहन नहीं कर सकता है। मौन के आगे क्रोध की शक्ति असफल हो जाती है।

देश का उद्धार विलासियों द्वारा नहीं हो सकता। उसके लिए सच्चा त्यागी होना पड़ेगा।

देश का उद्धार विलासियों द्वारा नहीं हो सकता। उसके लिए सच्चा त्यागी होना पड़ेगा।