मन एक डरपोक शत्रु है जो हमेशा पीठ के पीछे से वार करता है।

मन एक डरपोक शत्रु है जो हमेशा पीठ के पीछे से वार करता है।

Munshi Premchand

 जीवन का वास्तविक सुख, दूसरों को सुख देने में है। उनका सुख छीनने में नहीं।

जीवन का वास्तविक सुख, दूसरों को सुख देने में है। उनका सुख छीनने में नहीं।

शारीरिक कष्टों का सहना उतना कठिन नहीं है, जितना कि मानसिक कष्टों का।

शारीरिक कष्टों का सहना उतना कठिन नहीं है, जितना कि मानसिक कष्टों का।

जिन वृक्षों की जड़ें गहरी होती हैं, उन्हें बार-बार सींचने की जरूरत नहीं होती।

जिन वृक्षों की जड़ें गहरी होती हैं, उन्हें बार-बार सींचने की जरूरत नहीं होती।

 संसार में गऊ बनने से काम नहीं चलता, जितना दबो, उतना ही दबाते हैं।

संसार में गऊ बनने से काम नहीं चलता, जितना दबो, उतना ही दबाते हैं।

 माँ की ‘ममता’ और पिता की ‘क्षमता’ का अंदाज़ा लगा पाना असंभव है।

माँ की ‘ममता’ और पिता की ‘क्षमता’ का अंदाज़ा लगा पाना असंभव है।

अधिकार में स्वयं एक आनंद है, जो उपयोगिता की परवाह नहीं करता।

अधिकार में स्वयं एक आनंद है, जो उपयोगिता की परवाह नहीं करता।

 बल की शिकायतें सब सुनते हैं, निर्बल की फरियाद कोई नहीं सुनता।

बल की शिकायतें सब सुनते हैं, निर्बल की फरियाद कोई नहीं सुनता।

 विचार और व्यवहार में सामंजस्य न होना ही धूर्तता है, मक्कारी है।

विचार और व्यवहार में सामंजस्य न होना ही धूर्तता है, मक्कारी है।

अंधी प्रशंसा अपने पात्र को घमंडी और अंधी भक्ति धूर्त बनाती है!

अंधी प्रशंसा अपने पात्र को घमंडी और अंधी भक्ति धूर्त बनाती है!

दु:खी हृदय दुखती हुई आँख है, जिसमें हवा से भी पीड़ा होती है।

दु:खी हृदय दुखती हुई आँख है, जिसमें हवा से भी पीड़ा होती है।

आत्मसम्मान की रक्षा हमारा सबसे पहला धर्म और अधिकार है।

आत्मसम्मान की रक्षा हमारा सबसे पहला धर्म और अधिकार है।

निर्धनता प्रकट करना निर्धन होने से अधिक दुखदायी होता है।

निर्धनता प्रकट करना निर्धन होने से अधिक दुखदायी होता है।

 आकाश में उड़ने वाले पंछी को भी अपना घर याद आता है।

आकाश में उड़ने वाले पंछी को भी अपना घर याद आता है।

 अमीरी की कब्र पर उगी गरीबी बड़ी जहरीली होती है।

अमीरी की कब्र पर उगी गरीबी बड़ी जहरीली होती है।

दुखियारों को हमदर्दी के आँसू भी कम प्यारे नहीं होते।

दुखियारों को हमदर्दी के आँसू भी कम प्यारे नहीं होते।

 कार्यकुशल व्यक्ति की सभी जगह जरुरत पड़ती है।

कार्यकुशल व्यक्ति की सभी जगह जरुरत पड़ती है।

वह प्रेम जिसका लक्ष्य मिलन है प्रेम नहीं वासना है।

वह प्रेम जिसका लक्ष्य मिलन है प्रेम नहीं वासना है।

खुश रहने का मतलब है आजाद होना और आजाद होने का मतलब है बहादुर होना। इसलिए युद्ध के खतरों को हल्के में न लें।

खुश रहने का मतलब है आजाद होना और आजाद होने का मतलब है बहादुर होना। इसलिए युद्ध के खतरों को हल्के में न लें।