जो मनुष्य संयम के साथ, विद्या ग्रहण करता है। और अपनी विद्या से सब का परोपकार करता है। उसकी पूजा सिर्फ इस लोक में ही नहीं बल्कि परलोक में भी होती है।

जो मनुष्य संयम के साथ, विद्या ग्रहण करता है। और अपनी विद्या से सब का परोपकार करता है। उसकी पूजा सिर्फ इस लोक में ही नहीं बल्कि परलोक में भी होती है।

Ishwar Chandra Vidyasagar

इस जीवन की अधिकांश छायाएँ स्वयं की धूप में खड़े होने के कारण होती हैं।

इस जीवन की अधिकांश छायाएँ स्वयं की धूप में खड़े होने के कारण होती हैं।

जीवन सबक का एक क्रम है जिसे समझने के लिए जीना चाहिए।

जीवन सबक का एक क्रम है जिसे समझने के लिए जीना चाहिए।

आप जो हैं वह बनने के लिए आपको लगातार आमंत्रित किया जाता है।

आप जो हैं वह बनने के लिए आपको लगातार आमंत्रित किया जाता है।

अपने दिल पर लिख लो कि हर दिन साल का सबसे अच्छा दिन होता है।

अपने दिल पर लिख लो कि हर दिन साल का सबसे अच्छा दिन होता है।

यदि किसी असाधारण प्रतिभा वाले व्यक्ति से हमारा सामना हो तो हमें उससे पूछना चाहिए की वो कौन सी पुस्तक पढ़ते है |

यदि किसी असाधारण प्रतिभा वाले व्यक्ति से हमारा सामना हो तो हमें उससे पूछना चाहिए की वो कौन सी पुस्तक पढ़ते है |

एकमात्र व्यक्ति जिसे आप बनना चाहते हैं, वह वह व्यक्ति है जिसे आप बनने का निर्णय लेते हैं।

एकमात्र व्यक्ति जिसे आप बनना चाहते हैं, वह वह व्यक्ति है जिसे आप बनने का निर्णय लेते हैं।

जीवन छोटा है, लेकिन शिष्टाचार के लिए हमेशा पर्याप्त समय होता है।

जीवन छोटा है, लेकिन शिष्टाचार के लिए हमेशा पर्याप्त समय होता है।

यह जीवन की लंबाई नहीं, बल्कि गहराई है।

यह जीवन की लंबाई नहीं, बल्कि गहराई है।

अगर सफल और प्रतिष्ठित बनना है, तो झुकना सीखो। क्योंकि जो झुकते नहीं, समय की हवा उन्हें झुका देती है।

अगर सफल और प्रतिष्ठित बनना है, तो झुकना सीखो। क्योंकि जो झुकते नहीं, समय की हवा उन्हें झुका देती है।

जो लोग नास्तिक हैं उन्हें वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ईश्वर को मानना ​​चाहिए, इसमें उनकी रुचि होती है।

जो लोग नास्तिक हैं उन्हें वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ईश्वर को मानना ​​चाहिए, इसमें उनकी रुचि होती है।

यदि कोई व्यक्ति बड़ा बनना चाहता है तो उसे छोटे – छोटे काम भी पूर्ण निष्ठा से करना चाहिए। क्योंकि स्वावलंबी ही श्रेष्ठ होता है।

यदि कोई व्यक्ति बड़ा बनना चाहता है तो उसे छोटे – छोटे काम भी पूर्ण निष्ठा से करना चाहिए। क्योंकि स्वावलंबी ही श्रेष्ठ होता है।

दूसरों के कल्याण से बढ़कर कोई नेक काम और धर्म नहीं है।

दूसरों के कल्याण से बढ़कर कोई नेक काम और धर्म नहीं है।

मनुष्य का सबसे बड़ा कार्य दूसरों की भलाई और सहयोग होना चाहिए। जो कि एक समृद्ध राष्ट्र का निर्माण करता है।

मनुष्य का सबसे बड़ा कार्य दूसरों की भलाई और सहयोग होना चाहिए। जो कि एक समृद्ध राष्ट्र का निर्माण करता है।

अगर सफल और प्रतिष्ठित बनना है, तो झुकना सीखो। क्यूंकि जो झुकते नहीं, समय की हवा उन्हें झुका देती है।

अगर सफल और प्रतिष्ठित बनना है, तो झुकना सीखो। क्यूंकि जो झुकते नहीं, समय की हवा उन्हें झुका देती है।

नास्तिक व्यक्ति को वैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर भगवान में विश्वास करना चाहिए। इसी में उनका हित है।

नास्तिक व्यक्ति को वैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर भगवान में विश्वास करना चाहिए। इसी में उनका हित है।

भले ही मनुष्य कितना भी बड़ा क्यों न बन जाये। परंतु उसे हमेशा अपना अतीत याद करते रहना चाहिए।

भले ही मनुष्य कितना भी बड़ा क्यों न बन जाये। परंतु उसे हमेशा अपना अतीत याद करते रहना चाहिए।

समाज के हित में किये गए कार्यों से बढ़कर दूसरा कोई नेक काम नहीं है। यही मनुष्य का सच्चा धर्म है।

समाज के हित में किये गए कार्यों से बढ़कर दूसरा कोई नेक काम नहीं है। यही मनुष्य का सच्चा धर्म है।

अपने हित से पहले, समाज और देश के हित को देखना एक विवेकयुक्त सच्चे नागरिक का धर्म होता है।

अपने हित से पहले, समाज और देश के हित को देखना एक विवेकयुक्त सच्चे नागरिक का धर्म होता है।