एक वीर योद्धा हमेशा विद्वानों के सामने ही झुकता है।
वीर बहादुर बनकर रहना, वीरों की दुनिया दीवानी इतिहासों में लिख जाती है, बलिदानों की अमर कहानी।
झांसी की रानी लक्ष्मीबाई हम सभी को बुराई के प्रति डटकर लड़ना सिखाती है, बुराई का सामना करना सिखाती है।
उखाड़ फेंका हर दुश्मन को, जिसने झाँसी का अपमान किया मर्दानी की परिभाषा बन कर, आज़ादी का पैगाम दिया।
जब तक यह दुनिया रहेगी तब तक झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की वीरता और पराक्रम को नहीं भूल सकेगी।
मातृभूमि के लिए झांसी की रानी ने जान गवाई थी, अरि दल कांप गया रण में, जब लक्ष्मीबाई आई थी।
रानी लक्ष्मीबाई ने झांसी में जो साहस दिखाया था उसके बाद भले ही वह वीरगति को प्राप्त हुई थी लेकिन हर किसी युवा को वह स्वतंत्रता प्राप्त करने के प्रति जागरूक कर गई थी।
रानी लक्ष्मी बाई लड़ी तो, उम्र तेईस में स्वर्ग सिधारी तन मन धन सब कुछ दे डाला, अंतरमन से कभी ना हारी।
हर औरत के अंदर है झाँसी की रानी, कुछ विचित्र थी उनकी कहानी मातृभूमि के लिए प्राणाहुति देने को ठानी, अंतिम सांस तक लड़ी थी वो मर्दानी।
हम लडे़ंगे ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां अपनी आज़ादी का उत्सव मना सके।
मुर्दों में भी जान डाल दे, उनकी ऐसी कहानी है वो कोई और नहीं, झांसी की रानी हैं
अपने हितों की रक्षा के लिए यदि हम स्वयं जागरूक नहीं होंगे तो दूसरा कौन होगा ? हमे इस समय सोना नहीं चाहिये, हमें अपने लक्ष्य की पूर्ति के लिए प्रयत्न करना चाहिये।
ये सत्य है कि बारिश की कमी के कारण अकाल पड़ता है लेकिन ये भी सच है कि भारत के लोगों में इस बुराई से लड़ने की शक्ति नहीं है।
गर्म हवा के झोंकों में जाए बिना, कष्ट उठाये बिना,पैरों मे छाले पड़े बिना स्वतन्त्रता नहीं मिल सकती। बिना कष्ट के कुछ नहीं मिलता।
कमजोर ना बनें, शक्तिशाली बनें और यह विश्वास रखें कि भगवान हमेशा आपके साथ है।
भूविज्ञानी पृथ्वी का इतिहास वहां से उठाते हैं जहां से पुरातत्वविद् इसे छोड़ देते हैं, और उसे और भी पुरातनता में ले जाते हैं।
क्या पता ये भगवान की मर्जी हो की मैं जिस वजह का प्रतिनिधित्व करता हूँ, उसे मेरे आजाद रहने से ज्यादा मेरे दुखी होने से अधिक लाभ मिले।
भारत की गरीबी पूरी तरह से वर्तमान शासन की वजह से है।