जीवन विकास का सिद्धान्त है, स्थिर रहने का नहीं।

जीवन विकास का सिद्धान्त है, स्थिर रहने का नहीं।

Jawaharlal Nehru

 अज्ञानता बदलाव से हमेशा डरती है।

अज्ञानता बदलाव से हमेशा डरती है।

जो व्यक्ति भाग जाता है वह शांत बैठे व्यक्ति की तुलना में अधिक खतरे में पड़ जाता है।

जो व्यक्ति भाग जाता है वह शांत बैठे व्यक्ति की तुलना में अधिक खतरे में पड़ जाता है।

जो व्यक्ति अधिकतर अपने ही गुणों का बखान करता रहता है वो अक्सर सबसे कम गुनी होता है।

जो व्यक्ति अधिकतर अपने ही गुणों का बखान करता रहता है वो अक्सर सबसे कम गुनी होता है।

समय सालों के बीतने से नहीं मापा जाता बल्कि किसी ने क्या किया, क्या महसूस किया, और क्या हांसिल किया इससे मापा जाता है।

समय सालों के बीतने से नहीं मापा जाता बल्कि किसी ने क्या किया, क्या महसूस किया, और क्या हांसिल किया इससे मापा जाता है।

तथ्य तथ्य हैं और आपके नापसंद करने से गायब नहीं हो जायेंगे।

तथ्य तथ्य हैं और आपके नापसंद करने से गायब नहीं हो जायेंगे।

जो व्यक्ति जो सबकुछ पा चुका है वह हर एक चीज शांति और व्यवस्था के पक्ष में चाहता है।

जो व्यक्ति जो सबकुछ पा चुका है वह हर एक चीज शांति और व्यवस्था के पक्ष में चाहता है।

 दुसरों के अनुभवों से लाभ उठाने वाला बुद्धिमान होता है।

दुसरों के अनुभवों से लाभ उठाने वाला बुद्धिमान होता है।

जाहिर है, दक्षता का सबसे अच्छा प्रकार वह है जो मौजूदा सामग्री का अधिकतम लाभ उठा सके।

जाहिर है, दक्षता का सबसे अच्छा प्रकार वह है जो मौजूदा सामग्री का अधिकतम लाभ उठा सके।

वफादार और कुशल महान कारण के लिए कार्य करते हैं, भले ही उन्हें तुरंत पहचान ना मिले, अंततः उसका फल मिलता है।

वफादार और कुशल महान कारण के लिए कार्य करते हैं, भले ही उन्हें तुरंत पहचान ना मिले, अंततः उसका फल मिलता है।

 लोकतंत्र और समाजवाद लक्ष्य पाने के साधन है, स्वयं में लक्ष्य नहीं।

लोकतंत्र और समाजवाद लक्ष्य पाने के साधन है, स्वयं में लक्ष्य नहीं।

 हर एक हमलावर राष्ट्र की यह दावा करने की आदत होती है कि वह अपनी रक्षा के लिए कार्य कर रहा है।

हर एक हमलावर राष्ट्र की यह दावा करने की आदत होती है कि वह अपनी रक्षा के लिए कार्य कर रहा है।

मैं पूर्व और पश्चिम का अनूठा मिश्रण बन गया हूँ, हर जगह बेमेल सा , घर पर कहें का नही।

मैं पूर्व और पश्चिम का अनूठा मिश्रण बन गया हूँ, हर जगह बेमेल सा , घर पर कहें का नही।

आजादी के अवसर पर नेहरु जी का दिया विश्व प्रसिद्द भाषण “Tryst With Destiny” आपको ज़रूर सुनना चाहिए।

आजादी के अवसर पर नेहरु जी का दिया विश्व प्रसिद्द भाषण “Tryst With Destiny” आपको ज़रूर सुनना चाहिए।

लोकतंत्र अच्छा है . मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि बाकी व्यवस्थाएं और बुरी हैं।

लोकतंत्र अच्छा है . मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि बाकी व्यवस्थाएं और बुरी हैं।

महान कार्य और छोटे लोग साथ नहीं चल सकते।

महान कार्य और छोटे लोग साथ नहीं चल सकते।

आपतियां हमें आत्म-ज्ञान कराती हैं, ये हमें दिखा देती हैं कि हम किस मिट्टी के बने हैं।

आपतियां हमें आत्म-ज्ञान कराती हैं, ये हमें दिखा देती हैं कि हम किस मिट्टी के बने हैं।

असफलता तभी आती है जब हम अपने आदर्श, उद्देश्य, और सिद्धांत भूल जाते हैं।

असफलता तभी आती है जब हम अपने आदर्श, उद्देश्य, और सिद्धांत भूल जाते हैं।

संस्कृति मन और आत्मा का विस्तार है।

संस्कृति मन और आत्मा का विस्तार है।