इस दुनिया में हर एक प्राणी स्वतंत्र है। कोई भी किसी और पर निर्भर नहीं करता है।

इस दुनिया में हर एक प्राणी स्वतंत्र है। कोई भी किसी और पर निर्भर नहीं करता है।

Lord Mahavir

किसी भी जीवित प्राणी को मारना नहीं चाहिए और ना ही उस पर शासन करने का प्रयत्न करना चाहिए।

किसी भी जीवित प्राणी को मारना नहीं चाहिए और ना ही उस पर शासन करने का प्रयत्न करना चाहिए।

आपको किसी की चुगली नहीं करनी चाहिए और ना ही आपको छल-कपट में लिप्त होना चाहिए।

आपको किसी की चुगली नहीं करनी चाहिए और ना ही आपको छल-कपट में लिप्त होना चाहिए।

जो जागरूक नहीं है उसे सभी दिशाओं से डर है। जो सतर्क है उसे कहीं से कोई भी डर नहीं है।

जो जागरूक नहीं है उसे सभी दिशाओं से डर है। जो सतर्क है उसे कहीं से कोई भी डर नहीं है।

 जीतने पर कभी भी गर्व नहीं करना चाहिए और ना ही कभी हारने पर दुख करना चाहिए।

जीतने पर कभी भी गर्व नहीं करना चाहिए और ना ही कभी हारने पर दुख करना चाहिए।

 साधक ऐसे शब्द बोलता है जो नपे-तुले हों और सभी जीवित प्राणियों के लिए लाभकारी हों।

साधक ऐसे शब्द बोलता है जो नपे-तुले हों और सभी जीवित प्राणियों के लिए लाभकारी हों।

अहिंसा ही सबसे बड़ा धर्म होता है, जो सभी जीवों के कल्याण की कामना करता है।

अहिंसा ही सबसे बड़ा धर्म होता है, जो सभी जीवों के कल्याण की कामना करता है।

 वाणी के अनुशासन में असत्य बोलने से बचना और मौन का पालन करना शामिल है।

वाणी के अनुशासन में असत्य बोलने से बचना और मौन का पालन करना शामिल है।

 केवल वह व्यक्ति जो भय को पार कर चुका है, समता का अनुभव कर सकता है।

केवल वह व्यक्ति जो भय को पार कर चुका है, समता का अनुभव कर सकता है।

स्वयं पर विजय प्राप्त करना लाखों करोड़ों दुश्मनों पर विजय पाने से बेहतर है।

स्वयं पर विजय प्राप्त करना लाखों करोड़ों दुश्मनों पर विजय पाने से बेहतर है।

 जीव हत्या ना करें, किसी को ठेस न पहुंचाएं। अहिंसा ही सबसे महान धर्म है।

जीव हत्या ना करें, किसी को ठेस न पहुंचाएं। अहिंसा ही सबसे महान धर्म है।

 हर एक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है, आनंद बाहर से नहीं आता है।

हर एक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है, आनंद बाहर से नहीं आता है।

केवल सत्य ही इस संसार का सार है।

केवल सत्य ही इस संसार का सार है।

हर एक प्राणी का सम्मान करना ही अहिंसा कहलाती है।

हर एक प्राणी का सम्मान करना ही अहिंसा कहलाती है।

शांति और आत्म-नियंत्रण ही अहिंसा है।

शांति और आत्म-नियंत्रण ही अहिंसा है।

जितना मैं मैदान में आक्रामक रहता हूँ ; उतना ही अपने निजी जीवन में कूल रहता हूँ।

जितना मैं मैदान में आक्रामक रहता हूँ ; उतना ही अपने निजी जीवन में कूल रहता हूँ।

यदि आप साझेदारी पर ध्यान दें, तो शतक अपने आप बन जायेगा।

यदि आप साझेदारी पर ध्यान दें, तो शतक अपने आप बन जायेगा।

जब आप जिम्मेदारी उठाते हो तो आपको जीत का श्रेय मिलता ही है।

जब आप जिम्मेदारी उठाते हो तो आपको जीत का श्रेय मिलता ही है।

मेरे पास घर पर तीन कुत्ते हैं। सीरीज हारने या सीरीज जीतने के बाद भी वे मेरे साथ वैसा ही व्यवहार करते हैं।

मेरे पास घर पर तीन कुत्ते हैं। सीरीज हारने या सीरीज जीतने के बाद भी वे मेरे साथ वैसा ही व्यवहार करते हैं।