क्रांति के बाद, धीरे-धीरे एक नया विशेषाधिकार प्राप्त शासकों एवं शोषकों का वर्ग खड़ा हो जाता है , लोग एक बार फिर जिसके अधीन हो जाते हैं।

क्रांति के बाद, धीरे-धीरे एक नया विशेषाधिकार प्राप्त शासकों एवं शोषकों का वर्ग खड़ा हो जाता है , लोग एक बार फिर जिसके अधीन हो जाते हैं।

Jayaprakash Narayan

जो बात सिद्धांत में गलत है, वह बात व्यवहार में भी सही नहीं है.

जो बात सिद्धांत में गलत है, वह बात व्यवहार में भी सही नहीं है.

लोकतंत्र को शांति के बिना सुरक्षित और मजबूत नहीं बनाया जा सकता। शांति और लोकतंत्र एक सिक्के के दो पहलू हैं। एक के बिना दूसरा बचा नहीं रह सकता।

लोकतंत्र को शांति के बिना सुरक्षित और मजबूत नहीं बनाया जा सकता। शांति और लोकतंत्र एक सिक्के के दो पहलू हैं। एक के बिना दूसरा बचा नहीं रह सकता।

 केवल वे लोग जिन्हें लोगों पर भरोसा और आत्मविश्वास नहीं है या जो जनता का भरोसा जीतने में असमर्थ हैं, वही हिंसक रास्ते अपनाते हैं।

केवल वे लोग जिन्हें लोगों पर भरोसा और आत्मविश्वास नहीं है या जो जनता का भरोसा जीतने में असमर्थ हैं, वही हिंसक रास्ते अपनाते हैं।

ये (साम्यवाद) इस सवाल का जवाब नहीं देता कि कोई आदमी अच्छा क्यों हो ?

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सच्ची राजनीति मानवीय प्रसन्नता को बढ़ावा देने बारे में हैं।

सच्ची राजनीति मानवीय प्रसन्नता को बढ़ावा देने बारे में हैं।

सच्ची राजनीति वही है जो नागरिक को सुख और प्रसन्नता दे।

सच्ची राजनीति वही है जो नागरिक को सुख और प्रसन्नता दे।

सम्पूर्ण क्रांति से मेरा तात्पर्य समाज के सबसे अधिक दबे-कुचले व्यक्ति को सत्ता के शिखर पर देखना है।

सम्पूर्ण क्रांति से मेरा तात्पर्य समाज के सबसे अधिक दबे-कुचले व्यक्ति को सत्ता के शिखर पर देखना है।

मेरी रुचि सत्ता के कब्जे में नहीं, बल्कि लोगों द्वारा सत्ता के नियंत्रण में है।

मेरी रुचि सत्ता के कब्जे में नहीं, बल्कि लोगों द्वारा सत्ता के नियंत्रण में है।

राष्ट्रीय एकता के लिए यह आवश्यक है कि व्यक्ति धार्मिक अन्धविश्वासों से बाहर निकलकर अपने अन्दर एक बौद्धिक व वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करें।

राष्ट्रीय एकता के लिए यह आवश्यक है कि व्यक्ति धार्मिक अन्धविश्वासों से बाहर निकलकर अपने अन्दर एक बौद्धिक व वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करें।

कार्यवाही बुद्धिमत्ता का असल मापदंड है।

कार्यवाही बुद्धिमत्ता का असल मापदंड है।

अतिरिक्त मील जाना शुरू करें और अवसर आपका पीछा करेगा।

अतिरिक्त मील जाना शुरू करें और अवसर आपका पीछा करेगा।

एक हार मानने वाला कभी नहीं जीतता और एक विजेता कभी हार नहीं मानता।

एक हार मानने वाला कभी नहीं जीतता और एक विजेता कभी हार नहीं मानता।

“जब आपकी इच्छा मजबूत होती है तब आप में इच्छा हो हासिल करने की अपार शक्ति आ जाती है।

“जब आपकी इच्छा मजबूत होती है तब आप में इच्छा हो हासिल करने की अपार शक्ति आ जाती है।

चलते रहो, चाहे कितना भी कठिन क्यों न हो।

चलते रहो, चाहे कितना भी कठिन क्यों न हो।

कोई भी सुझाव, योजना,या उद्देश्य मन में विचार को बार-बार दोहरा कर बैठाया जा सकता है।

कोई भी सुझाव, योजना,या उद्देश्य मन में विचार को बार-बार दोहरा कर बैठाया जा सकता है।

यदि आप नहीं जानते कि आप क्या चाहते हैं, तो यह न कहें कि आपको कभी मौका नहीं मिला।

यदि आप नहीं जानते कि आप क्या चाहते हैं, तो यह न कहें कि आपको कभी मौका नहीं मिला।

यदि आप विश्वास करते हैं कि आप कर सकते हैं तो आप इसे कर सकते हैं।

यदि आप विश्वास करते हैं कि आप कर सकते हैं तो आप इसे कर सकते हैं।

“इंसान तब तक नहीं हारता है जब तक की वो अपने दिमाग में हार ना मान ले।

“इंसान तब तक नहीं हारता है जब तक की वो अपने दिमाग में हार ना मान ले।