जीवन का सार दूसरों की सेवा करना और अच्छा करना है।

जीवन का सार दूसरों की सेवा करना और अच्छा करना है।

Neem Karoli Baba

हर चीज़ में भगवान को देखना ही पूजा का सबसे उच्च रूप है।

हर चीज़ में भगवान को देखना ही पूजा का सबसे उच्च रूप है।

हर क्रिया प्रार्थना है। सभी वृक्ष इच्छापूर्ति करने वाले हैं।

हर क्रिया प्रार्थना है। सभी वृक्ष इच्छापूर्ति करने वाले हैं।

भगवान पर विश्वास रखो; वह जो कर रहे हैं, वह सही है।

भगवान पर विश्वास रखो; वह जो कर रहे हैं, वह सही है।

आध्यात्मिक मार्ग जटिल नहीं है—प्रेम और विश्वास ही काफी हैं।

आध्यात्मिक मार्ग जटिल नहीं है—प्रेम और विश्वास ही काफी हैं।

ईसा मसीह की तरह ध्यान करो। उन्होंने खुद को प्रेम में खो दिया।

ईसा मसीह की तरह ध्यान करो। उन्होंने खुद को प्रेम में खो दिया।

दूसरों की मदद करना आध्यात्मिक जीवन की नींव है।

दूसरों की मदद करना आध्यात्मिक जीवन की नींव है।

जब तुम किसी और की सेवा करते हो, तो तुम अपनी ही सेवा करते हो।

जब तुम किसी और की सेवा करते हो, तो तुम अपनी ही सेवा करते हो।

गरीबों की सेवा करो और भगवान को याद करो।

गरीबों की सेवा करो और भगवान को याद करो।"

एक फूल खिलने के लिए अनुमति नहीं मांगता, वह बस अपनी सेवा करता है।

एक फूल खिलने के लिए अनुमति नहीं मांगता, वह बस अपनी सेवा करता है।

सिर्फ प्रेम ही सब कुछ जीत सकता है।

सिर्फ प्रेम ही सब कुछ जीत सकता है।

सभी स्त्रियों को माँ के रूप में देखो, और उनकी सेवा माँ की तरह करो।

सभी स्त्रियों को माँ के रूप में देखो, और उनकी सेवा माँ की तरह करो।

जब तुम दूसरों से प्रेम करते हो, तो तुम खुद से प्रेम करते हो।

जब तुम दूसरों से प्रेम करते हो, तो तुम खुद से प्रेम करते हो।

सबको प्रेम करो। सबकी सेवा करो। भगवान को याद करो।

सबको प्रेम करो। सबकी सेवा करो। भगवान को याद करो।

मुझे कुछ नहीं चाहिए। मैं सिर्फ़ दूसरों की सेवा करने के लिए मौजूद हूँ।

मुझे कुछ नहीं चाहिए। मैं सिर्फ़ दूसरों की सेवा करने के लिए मौजूद हूँ।

सच्चाई और भक्ति का मार्ग ही तुम्हें सच्चे सुख तक पहुंचा सकता है।

सच्चाई और भक्ति का मार्ग ही तुम्हें सच्चे सुख तक पहुंचा सकता है।

हर दिन को भगवान का आशीर्वाद मानकर जियो।

हर दिन को भगवान का आशीर्वाद मानकर जियो।

संसार की मोह माया से मुक्त होकर ही सत्य को पाया जा सकता है।

संसार की मोह माया से मुक्त होकर ही सत्य को पाया जा सकता है।

जीवन में संतोष का अनुभव केवल सत्य में है।

जीवन में संतोष का अनुभव केवल सत्य में है।