दर्द कितने भी हो दिल में मुस्कुराते रहिए।
अगर जो गिरा एक भी आंसू तो तमाशा हो जाएगा!
खुद के लिए जीने लगा हूं
लोगों का क्या है वह तो खुदा से भी नाराज है !
सलाह देने सब आ जाते है,
लेकिन साथ देने के लिए कोई नहीं आता..
किसी ने मुझसे पूछा दर्द की कीमत क्या होती है,
मेने कहा मुझे क्या पता लोग तो मुझे मुफ्त में दे जाते है..
प्यार में तो बस भरोसा होना चाहिए क्योंकि शक तो पूरी दुनिया करती ही है!
कीमत तो यहां झूठे लोगो की होती है,
सच्चे लोग यहां पे किसी को पंसद नहीं ..
बहुत डर लगता है मुझे उन लोगो से,
जो चेहरे पर मिठास और दिल में ज़हर रखते हैं!
ना रास्तों ने साथ दिया ना ही मज़िलों ने इंतजार किया,
में क्या लिखू अपनी जिंदगी पर मेरे साथ तो,
उम्मीदों ने भी मजाक किया।
सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें,
किसी और का नाम लेके जलायेगें उन्हें,
फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा,
तो फिर भला किस तरह सताए हम उन्हें।