साँसों की महक हो या चेहरे का नूर, चाहत है आपसे इसमें मेरा क्या कसूर.. - Crush Shayari

साँसों की महक हो या चेहरे का नूर, चाहत है आपसे इसमें मेरा क्या कसूर..

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