ना साथ किसी का चाहिए, ना कोई चाहिए सहारा, बस एक दुआ है खुदा से तू हो जाये हमारा..
उनकी नज़र का कुछ ऐसा खुमार था, उफ़ दिल ना देते तो जान चली जाती।
तुम साथ मेरा हर हाल में देते हो, मुसीबत में मेरे साथ खड़े रहते हो, इस दिल को तुझ पर क्रश है, इस बात को मज़ाक में क्यों लेते हो!
हमें कहा मालूम था कि इश्क़ होता क्या है, बस एक तुम मिले और ज़िन्दगी मुहब्बत बन गई।
डरता हूं कहने से कि मोहब्बत है तुम से, कि मेरी जिंदगी बदल देगा तेरा इकरार भी और इनकार भी..
इश्क ने ग़ालिब निकम्मा कर दिया, वरना हम भी आदमी थे काम के।
आज तू मिली है मुझको क़यामत की रात होगी, जलेगी ये दुनिया जब तू मेरे साथ होगी।
जब से तुम्हें देखा, तब से तुमसे प्यार हो गया, एक लफ्ज भी नहीं कहा और इजहार हो गया!
ये इश्क़ की बेबसी है या वफ़ा-ए-आसार है, मैं हिचकियाँ रोकता हूँ, तेरा नाम लेकर!
दिल कहता है कि बोल दूँ तुम्हे, के हर पल के लिए तेरा साथ चाहिए, जब तक है इस जिस्म में जान, तब तक हर वक़्त तू मुझे मेरे पास चाहिए!
क्यों मदहोश करती है मुझे मौजूदगी तेरी, कहीं मुझे तुमसे प्यार तो नहीं हो गया।
चलो दोस्ती से मोहब्बत की ओर आगे बढ़ते है, मैं तेरा हूँ, तू मेरी है, खुलेआम ये ऐलान करते है..
आंखों में तुझे बसाया दिल में तेरी यादों को, मुझे दुनिया से क्या लेना देना मै पसंद करता हूँ तेरी बातों को।
हम उसकी आँखें देख कर फना हो गए, ना जाने वह आइना कैसे देखती होगी..
हसरत ये थी की तेरे गोद में सोते, ऐ काश के तुम सिर्फ, मेरे ही होते।
दिल दुखाया करो इजाजत है, भूल जाने की बात मत करना..
साँसों की महक हो या चेहरे का नूर, चाहत है आपसे इसमें मेरा क्या कसूर।
दोस्त से बढ़कर तुझे मान रखा है मैने, तुझे चाहता हूँ मै बहुत तुम समझ जाओ, जो तेरे ना हुए तो किसी के ना हो पाएंगे, अब मर्जी है तुम्हारी तुम हमें चाहो या ना चाहो..