दर्द इतना था ज़िंदगी में कि धड़कन साथ देने से घबरा गयी आँखे बंद थी किसी की याद में, और मौत धोखा खा गयी। - Dhoka Shayari

दर्द इतना था ज़िंदगी में कि धड़कन साथ देने से घबरा गयी आँखे बंद थी किसी की याद में, और मौत धोखा खा गयी।

Dhoka Shayari