बेईमान दोस्तों की बस्ती में इस कदर बदनसीब था प्यास लगी थी जोर की पर समंदर वहां से दूर था !

बेईमान दोस्तों की बस्ती में इस कदर बदनसीब था प्यास लगी थी जोर की पर समंदर वहां से दूर था !

Dhokebaaz Dost Shayari

धोखा दिया है तुमने तुम भी एक दिन पछताओगे, ठोकर खाकर इस जमाने की तुम भी आंसू बहाओगे।

धोखा दिया है तुमने तुम भी एक दिन पछताओगे, ठोकर खाकर इस जमाने की तुम भी आंसू बहाओगे।

दुश्मनों ने जख्म करे कुछ दोस्तों ने जख्म करे, दुश्मनों के जख्म भर गए दोस्तों के दिए जख्म रह गए सारे ।

दुश्मनों ने जख्म करे कुछ दोस्तों ने जख्म करे, दुश्मनों के जख्म भर गए दोस्तों के दिए जख्म रह गए सारे ।

मेरी जिंदगी के कई सारे लम्हे बेमिसाल जिए थे मैंने उस धोखेबाज को अपने कई साल दिए थे!

मेरी जिंदगी के कई सारे लम्हे बेमिसाल जिए थे मैंने उस धोखेबाज को अपने कई साल दिए थे!

दोस्ती की भूख उस दिन मिट गई जिस दिन से मैंने धोका खाया था।

दोस्ती की भूख उस दिन मिट गई जिस दिन से मैंने धोका खाया था।

मेरी हालत बद से बदतर हो गई दोस्तो के दिए गए घाव ही अब जीने की दवा बन गई !

मेरी हालत बद से बदतर हो गई दोस्तो के दिए गए घाव ही अब जीने की दवा बन गई !

दोस्ती की हमने लेकिन हम फिर भी अकेले हैं, मतलबी इस दुनिया में बस धोखेबाजों के मेले हैं।

दोस्ती की हमने लेकिन हम फिर भी अकेले हैं, मतलबी इस दुनिया में बस धोखेबाजों के मेले हैं।

टूट गए दोस्ती और प्यार के धागे, सबकी औकात छोटी रह गई व्यापार के आगे।

टूट गए दोस्ती और प्यार के धागे, सबकी औकात छोटी रह गई व्यापार के आगे।

हम सच्ची दोस्ती के दीवाने है जनाब धोखेबाजो की साजिश करना मैं नही जानता !

हम सच्ची दोस्ती के दीवाने है जनाब धोखेबाजो की साजिश करना मैं नही जानता !

कोई पूछो उनसे कि क्या दाेस्ती का मतलब जानते हैं,  या बस सबको धोखा देने को ही वो दोस्ती मानते हैं।

कोई पूछो उनसे कि क्या दाेस्ती का मतलब जानते हैं, या बस सबको धोखा देने को ही वो दोस्ती मानते हैं।

जान पहचान वाले बहुत है पर दोस्त अब कोई नहीं।

जान पहचान वाले बहुत है पर दोस्त अब कोई नहीं।

दोस्ती प्यार नहीं सौदेबाज़ी है, दोस्ती साथ नहीं धोकेबाज़ी है।

दोस्ती प्यार नहीं सौदेबाज़ी है, दोस्ती साथ नहीं धोकेबाज़ी है।

ए दोस्त तेरी चंद पल झूठी दोस्ती मुझे जिंदगी भर के लिए तबाह कर गया !

ए दोस्त तेरी चंद पल झूठी दोस्ती मुझे जिंदगी भर के लिए तबाह कर गया !

दोस्ती में धोका खाना आम हो गया है, मेरे लिए दोस्ती दग़ाबाज़ी का पहला नाम हो गया है।

दोस्ती में धोका खाना आम हो गया है, मेरे लिए दोस्ती दग़ाबाज़ी का पहला नाम हो गया है।

 एक दुश्मन दगाबाज़ दोस्त से सच्चा होता है कम से कम उसका इरादा तो सच्चा होता है।

एक दुश्मन दगाबाज़ दोस्त से सच्चा होता है कम से कम उसका इरादा तो सच्चा होता है।

सो दुशमन कम है एक दगाबाज़ दोस्त के आगे, दुशमन सीने पर वार करेगा दगाबाज़ दोस्त पीठ पर।

सो दुशमन कम है एक दगाबाज़ दोस्त के आगे, दुशमन सीने पर वार करेगा दगाबाज़ दोस्त पीठ पर।

कुछ वार पीठ पर ऐसे हुए है की अब ना दोस्तों पर भरोसा रहा ना उनकी दोस्ती पर।

कुछ वार पीठ पर ऐसे हुए है की अब ना दोस्तों पर भरोसा रहा ना उनकी दोस्ती पर।

जब अच्छा वक़्त था तो दुश्मन भी दोस्त बन गए जब बुरा वक़्त आया तो दोस्त भी दुश्मन हो गए।

जब अच्छा वक़्त था तो दुश्मन भी दोस्त बन गए जब बुरा वक़्त आया तो दोस्त भी दुश्मन हो गए।

मैंने दोस्त बहुत देखे हैं पर कहीं दोस्ती नहीं देखी है।

मैंने दोस्त बहुत देखे हैं पर कहीं दोस्ती नहीं देखी है।