कितनी छोटी सी है ये जन्नत मेरी, एक मैं हूँ और एक महोब्बत मेरी! - Mohabbat Shayari

कितनी छोटी सी है ये जन्नत मेरी, एक मैं हूँ और एक महोब्बत मेरी!

Mohabbat Shayari