किसी का क्या जो क़दमों पर जबीं-ए-बंदगी रख दी, हमारी चीज थी हमने जहाँ जानी वहाँ रख दी, जो दिल माँगा तो वो बोले ठहरो याद करने दो, जरा सी चीज़ थी हमने न जाने कहाँ रख दी। - Dil Shayari

किसी का क्या जो क़दमों पर जबीं-ए-बंदगी रख दी, हमारी चीज थी हमने जहाँ जानी वहाँ रख दी, जो दिल माँगा तो वो बोले ठहरो याद करने दो, जरा सी चीज़ थी हमने न जाने कहाँ रख दी।

Dil Shayari