जिगर है छलनी-छलनी आँखें लहू-लहू हैं तेरी जुदाई ने मुझे इस कदर तबाह कर दिया ! - Judai Shayari

जिगर है छलनी-छलनी आँखें लहू-लहू हैं तेरी जुदाई ने मुझे इस कदर तबाह कर दिया !

Judai Shayari