जिगर है छलनी-छलनी आँखें लहू-लहू हैं तेरी जुदाई ने मुझे इस कदर तबाह कर दिया !

जिगर है छलनी-छलनी आँखें लहू-लहू हैं तेरी जुदाई ने मुझे इस कदर तबाह कर दिया !

Judai Shayari

अंगड़ाई पर अंगड़ाई लेती है रात जुदाई की तुम क्या ​समझो तुम क्या जानो बात मेरी तन्हाई की !

अंगड़ाई पर अंगड़ाई लेती है रात जुदाई की तुम क्या ​समझो तुम क्या जानो बात मेरी तन्हाई की !

जुदाई हो अगर लम्बी तो अपने रूठ जाते है बहुत ज्यादा परखने से भी रिश्ते टूट जाते है !

जुदाई हो अगर लम्बी तो अपने रूठ जाते है बहुत ज्यादा परखने से भी रिश्ते टूट जाते है !

उसकी जुदाई को लफ़्ज़ों मे कैसे बयान करे वो रहती दिल ​में धडकती दर्द मे ​और बहती अश्क में..

उसकी जुदाई को लफ़्ज़ों मे कैसे बयान करे वो रहती दिल ​में धडकती दर्द मे ​और बहती अश्क में..

ज़माना बन जाए कागज़ का और समंदर हो जाए स्याही का फिर भी कलम लिख नही सकती दर्द तेरी जुदाई का !

ज़माना बन जाए कागज़ का और समंदर हो जाए स्याही का फिर भी कलम लिख नही सकती दर्द तेरी जुदाई का !

इतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिए तुझे आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है !

इतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिए तुझे आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है !

उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है

उनकी तस्वीर को सीने से लगा लेते है इस तरह जुदाई का गम उठा लेते है

इश्क – मोहब्बत तो सब करते है गम-ऐ-जुदाई से सब डरते हैं !

इश्क – मोहब्बत तो सब करते है गम-ऐ-जुदाई से सब डरते हैं !

कभी कभी तो ये दिल में सवाल उठता है कि इस जुदाई में क्या उस ने पा लिया होगा !

कभी कभी तो ये दिल में सवाल उठता है कि इस जुदाई में क्या उस ने पा लिया होगा !

आप को पा कर अब खोना नहीं चाहते इतना खुश हैं कि अब रोना नहीं चाहते !

आप को पा कर अब खोना नहीं चाहते इतना खुश हैं कि अब रोना नहीं चाहते !

आओ किसी रोज मुझे टूट के बिखरता देखो मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो !

आओ किसी रोज मुझे टूट के बिखरता देखो मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो !

तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है तेरी याद बहुत बेकरार करती है !

तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है तेरी याद बहुत बेकरार करती है !

मेरी हर बात से अब इग्नोर करने लगा है वो जुदाई का लगता है मन बना चुका है वो !

मेरी हर बात से अब इग्नोर करने लगा है वो जुदाई का लगता है मन बना चुका है वो !

जुदाई का जहर पी लेते है क्योकि हम मरते नही जी रहते है !

जुदाई का जहर पी लेते है क्योकि हम मरते नही जी रहते है !

जुदाई तुझसे इश्क में सही नहीं जाती जो दिल में बात है वो लबों से कही नही जाती !

जुदाई तुझसे इश्क में सही नहीं जाती जो दिल में बात है वो लबों से कही नही जाती !

इश्क और इबादत कहां जुदा है जिस पर आ जाए वहीं खुदा है!

इश्क और इबादत कहां जुदा है जिस पर आ जाए वहीं खुदा है!

जाने वाले एक बात तो बता क्या हम कभी याद भी आयेंगें

जाने वाले एक बात तो बता क्या हम कभी याद भी आयेंगें

ओ जाने वाले तुम्हें क्या ख़बर है उधर तुम जा रहे इधर जान जा रही

ओ जाने वाले तुम्हें क्या ख़बर है उधर तुम जा रहे इधर जान जा रही

तेरे दर्द का यूँ असर हो रहा है जुदाई में सारा शहर रो रहा है

तेरे दर्द का यूँ असर हो रहा है जुदाई में सारा शहर रो रहा है