किसी से जुदा होना इतना आसान होता तो रूह को जिस्म से लेने फ़रिश्ते नहीं आते

किसी से जुदा होना इतना आसान होता तो रूह को जिस्म से लेने फ़रिश्ते नहीं आते

Judai Shayari

आओ किसी रोज मुझे टूट के बिखरता देखो मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो !

आओ किसी रोज मुझे टूट के बिखरता देखो मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो !

तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है तेरी याद बहुत बेकरार करती है !

तेरी जुदाई भी हमें प्यार करती है तेरी याद बहुत बेकरार करती है !

मेरी हर बात से अब इग्नोर करने लगा है वो जुदाई का लगता है मन बना चुका है वो !

मेरी हर बात से अब इग्नोर करने लगा है वो जुदाई का लगता है मन बना चुका है वो !

जुदाई का जहर पी लेते है क्योकि हम मरते नही जी रहते है !

जुदाई का जहर पी लेते है क्योकि हम मरते नही जी रहते है !

जुदाई तुझसे इश्क में सही नहीं जाती जो दिल में बात है वो लबों से कही नही जाती !

जुदाई तुझसे इश्क में सही नहीं जाती जो दिल में बात है वो लबों से कही नही जाती !

इश्क और इबादत कहां जुदा है जिस पर आ जाए वहीं खुदा है!

इश्क और इबादत कहां जुदा है जिस पर आ जाए वहीं खुदा है!

जाने वाले एक बात तो बता क्या हम कभी याद भी आयेंगें

जाने वाले एक बात तो बता क्या हम कभी याद भी आयेंगें

ओ जाने वाले तुम्हें क्या ख़बर है उधर तुम जा रहे इधर जान जा रही

ओ जाने वाले तुम्हें क्या ख़बर है उधर तुम जा रहे इधर जान जा रही

तेरे दर्द का यूँ असर हो रहा है जुदाई में सारा शहर रो रहा है

तेरे दर्द का यूँ असर हो रहा है जुदाई में सारा शहर रो रहा है

कोई वादा नहीं फिर भी प्यार है जुदाई के बावजूद भी तुझ पे अधिकार है

कोई वादा नहीं फिर भी प्यार है जुदाई के बावजूद भी तुझ पे अधिकार है

दिल कही लगता नहीं जान है कि जाती नही एक वक़्त गुज़र गया, पर वो है कि लौट के आती ही नहीं।

दिल कही लगता नहीं जान है कि जाती नही एक वक़्त गुज़र गया, पर वो है कि लौट के आती ही नहीं।

कदर करनी है तो जीते जी करो अरथी उठाते वक़्त तो नफरत करने वाले भी रो पड़ते है!

कदर करनी है तो जीते जी करो अरथी उठाते वक़्त तो नफरत करने वाले भी रो पड़ते है!

दिल टुटना लाज़मी था इस शहर में, जहाँ हर कोई दिल में नफरत लिये चलता है।

दिल टुटना लाज़मी था इस शहर में, जहाँ हर कोई दिल में नफरत लिये चलता है।

होते है शायद नफरत मे ही पाकीजा रिश्ते वरना अब तो तन से लिबास उतारने को लोग मोहब्बत कहते है !

होते है शायद नफरत मे ही पाकीजा रिश्ते वरना अब तो तन से लिबास उतारने को लोग मोहब्बत कहते है !

एक झूठ मैने तुमसे कहाँ मुझे नफरत हैं तुमसे, एक झूठ तुम भी कह दो तुम्हें मोहब्बत हैं मुझसे।

एक झूठ मैने तुमसे कहाँ मुझे नफरत हैं तुमसे, एक झूठ तुम भी कह दो तुम्हें मोहब्बत हैं मुझसे।

जिसके अहंकार पुरखो की कमाई पर पले है आज वो हमसे नफरत की लड़ाई जीतने चले है !

जिसके अहंकार पुरखो की कमाई पर पले है आज वो हमसे नफरत की लड़ाई जीतने चले है !

इतनी नफरत हैं उसे मेरी मोहब्बत से, उसने अपने हाथ जला लिए मेरी तकदीर मिटाने के लिए।

इतनी नफरत हैं उसे मेरी मोहब्बत से, उसने अपने हाथ जला लिए मेरी तकदीर मिटाने के लिए।

मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना ज़रा से भी चुके तो मोहब्बत हो जाएगी !

मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना ज़रा से भी चुके तो मोहब्बत हो जाएगी !