जिसके अहंकार पुरखो की कमाई पर पले है आज वो हमसे नफरत की लड़ाई जीतने चले है ! - Nafrat Shayari

जिसके अहंकार पुरखो की कमाई पर पले है आज वो हमसे नफरत की लड़ाई जीतने चले है !

Nafrat Shayari