एक तुम हो जिसे प्यार भी याद नहीं, इक में हूँ जिसे और कुछ याद नहीं, जिन्दगी मौत के दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं इक मुझे याद नही ! - Maut Shayari

एक तुम हो जिसे प्यार भी याद नहीं, इक में हूँ जिसे और कुछ याद नहीं, जिन्दगी मौत के दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं इक मुझे याद नही !

Maut Shayari