लम्बी उम्र की दुआ मेरे लिए न माँग, ऐसा न हो कि तुम भी छोड़ दो और मौत भी न आये !

लम्बी उम्र की दुआ मेरे लिए न माँग, ऐसा न हो कि तुम भी छोड़ दो और मौत भी न आये !

Maut Shayari

करूँ क्यों फ़िक्र मौत के बाद जगह कहाँ मिलेगी, जहाँ होगी दोस्तों की महफिलें, मेरी रूह वहाँ मिलेगी !

करूँ क्यों फ़िक्र मौत के बाद जगह कहाँ मिलेगी, जहाँ होगी दोस्तों की महफिलें, मेरी रूह वहाँ मिलेगी !

एक तुम हो जिसे प्यार भी याद नहीं, इक में हूँ जिसे और कुछ याद नहीं, जिन्दगी मौत के दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं इक मुझे याद नही !

एक तुम हो जिसे प्यार भी याद नहीं, इक में हूँ जिसे और कुछ याद नहीं, जिन्दगी मौत के दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं इक मुझे याद नही !

मौत से क्या डर मिनटों का खेल है, आफत तो ज़िन्दगी है जो बरसो चला करती है !

मौत से क्या डर मिनटों का खेल है, आफत तो ज़िन्दगी है जो बरसो चला करती है !

पता नहीं कौन सा जहर मिलाया था, मोहब्बत में तुमने, न जिंदगी अच्छी लगती हैं, ना हीं मौत आती हैं।

पता नहीं कौन सा जहर मिलाया था, मोहब्बत में तुमने, न जिंदगी अच्छी लगती हैं, ना हीं मौत आती हैं।

साज़-ए-दिल को महकाया इश्क़ ने, मौत को ले कर जवानी आ गई !

साज़-ए-दिल को महकाया इश्क़ ने, मौत को ले कर जवानी आ गई !

 इश्क कहता है मुझे एक बार कर के तो देख, तुझे मौत से नहीं मिलाया तो मेरा नाम बदल देना !

इश्क कहता है मुझे एक बार कर के तो देख, तुझे मौत से नहीं मिलाया तो मेरा नाम बदल देना !

मिल जाएँगे कुछ हमारी भी तारीफ़ करने वाले, कोई हमारी मौत की अफवाह तो उड़ाओ यारों!

मिल जाएँगे कुछ हमारी भी तारीफ़ करने वाले, कोई हमारी मौत की अफवाह तो उड़ाओ यारों!

मेरे चहरे से कफन को हटा कर ! जरा दीदार तो कर लो ! ऐ बेवफा बंद हो गई है वो आंखे ! जिन्हे तुम रुलाया करते थे !

मेरे चहरे से कफन को हटा कर ! जरा दीदार तो कर लो ! ऐ बेवफा बंद हो गई है वो आंखे ! जिन्हे तुम रुलाया करते थे !

मौत की हिम्मत कहां थी मुझसे टकराने की, कमबख्त ने मोहब्बत को मेरी सुपारी दे डाली!

मौत की हिम्मत कहां थी मुझसे टकराने की, कमबख्त ने मोहब्बत को मेरी सुपारी दे डाली!

अपनी मौत भी क्या मौत होगी, एक दिन यूँ ही मर जायेंगे तुम पर मरते मरते!

अपनी मौत भी क्या मौत होगी, एक दिन यूँ ही मर जायेंगे तुम पर मरते मरते!

चूम कर कफन में लपटे मेरे चेहरे को ! उसने तड़प के कहा ! नए कपड़े क्या पहन लिए ! तो हमें देखते भी नहीं !

चूम कर कफन में लपटे मेरे चेहरे को ! उसने तड़प के कहा ! नए कपड़े क्या पहन लिए ! तो हमें देखते भी नहीं !

कौन कहता है कि मौत आई तो मर जाऊँगी, मैं तो नदी हूँ समुंदर में उतर जाऊँगी !

कौन कहता है कि मौत आई तो मर जाऊँगी, मैं तो नदी हूँ समुंदर में उतर जाऊँगी !

आई होगी किसी को हिज्र में मौत मुझ को तो नींद भी नहीं आती !

आई होगी किसी को हिज्र में मौत मुझ को तो नींद भी नहीं आती !

छोड़ दिया मुझको आज मेरी मौत ने ये कह कर, हो जाओ जब जिन्दा तो खबर कर देना !

छोड़ दिया मुझको आज मेरी मौत ने ये कह कर, हो जाओ जब जिन्दा तो खबर कर देना !

मौत ने चुपके से ना जाने क्या कहा, और जिंदगी खामोश हो कर रह गयी !

मौत ने चुपके से ना जाने क्या कहा, और जिंदगी खामोश हो कर रह गयी !

एक दिन हम भी कफन ओढ़ जायेंगे, सब रिश्ते इस जमीन से तोड़ जायेंगे, जितना जी चाहे सता लो मुझे, एक दिन रोते हुए सबको छोड़ जायेंगे !

एक दिन हम भी कफन ओढ़ जायेंगे, सब रिश्ते इस जमीन से तोड़ जायेंगे, जितना जी चाहे सता लो मुझे, एक दिन रोते हुए सबको छोड़ जायेंगे !

आखिरी दीदार कर लो खोल कर मेरा कफ़न, अब ना शरमाओ कि चश्म-ए-मुन्तजिर बेनूर है !

आखिरी दीदार कर लो खोल कर मेरा कफ़न, अब ना शरमाओ कि चश्म-ए-मुन्तजिर बेनूर है !

वो कर नहीं रहे थे मेरी बात का यकीन, फिर यूँ हुआ की मर के दिखाना पड़ा मुझे!

वो कर नहीं रहे थे मेरी बात का यकीन, फिर यूँ हुआ की मर के दिखाना पड़ा मुझे!