भूलना भी हैं, जरुरी याद रखने के लिए, पास रहना है, तो थोडा दूर होना चाहिए।

भूलना भी हैं, जरुरी याद रखने के लिए, पास रहना है, तो थोडा दूर होना चाहिए।

Rahat Indori Shayari

आग के पास कभी मोम को लाकर देखूँ, हो इज़ाज़त तो तुझे हाथ लगाकर देखूँ, दिल का मंदिर बड़ा वीरान नज़र आता है सोचता हूँ तेरी तस्वीर लगाकर देखूँ।

आग के पास कभी मोम को लाकर देखूँ, हो इज़ाज़त तो तुझे हाथ लगाकर देखूँ, दिल का मंदिर बड़ा वीरान नज़र आता है सोचता हूँ तेरी तस्वीर लगाकर देखूँ।

सलिक़ा जिनको सिखाया था हमने चलने का, वो लोग आज हमें दायें-बायें करने लगे।

सलिक़ा जिनको सिखाया था हमने चलने का, वो लोग आज हमें दायें-बायें करने लगे।

सब प्यासे हैं सबका अपना ज़रिया है, बढ़िया है, हर कुल्हड़ में छोटा-मोटा दरिया है, बढ़िया है।

सब प्यासे हैं सबका अपना ज़रिया है, बढ़िया है, हर कुल्हड़ में छोटा-मोटा दरिया है, बढ़िया है।

जा के ये कह दे कोई शोलों से चिंगारी से इश्क़ है फूल इसबार खिलेगी बड़ी तैयारी है मुदात्तो क बाद यु तब्दिल हुआ है मौसम जैसे छुटकारा मिली हो बीमारी से।

जा के ये कह दे कोई शोलों से चिंगारी से इश्क़ है फूल इसबार खिलेगी बड़ी तैयारी है मुदात्तो क बाद यु तब्दिल हुआ है मौसम जैसे छुटकारा मिली हो बीमारी से।

मेरे अधूरे शेर में थी कुछ कमी मगर, तुम मुस्कुरा दिए तो मुझे दाद मिल गयी।

मेरे अधूरे शेर में थी कुछ कमी मगर, तुम मुस्कुरा दिए तो मुझे दाद मिल गयी।

दिलों में आग, लबों पर गुलाब रखते हैं, सब अपने चहेरों पर, दोहरी नकाब रखते हैं, हमें चराग समझ कर भुझा ना पाओगे, हम अपने घर में कई आफ़ताब रखते हैं।

दिलों में आग, लबों पर गुलाब रखते हैं, सब अपने चहेरों पर, दोहरी नकाब रखते हैं, हमें चराग समझ कर भुझा ना पाओगे, हम अपने घर में कई आफ़ताब रखते हैं।

न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगा, हमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगा।

न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगा, हमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगा।

फैसला जो कुछ भी हो, हमें मंजूर होना चाहिए, जंग हो या इश्क हो, भरपूर होना चाहिए।

फैसला जो कुछ भी हो, हमें मंजूर होना चाहिए, जंग हो या इश्क हो, भरपूर होना चाहिए।

कम नहीं हैं मुझे हमदमों से, मेरा याराना है इन गमों से, मैं खुशी को अगर मुंह लगा लूं, मेरे यारों का दिल टूट जाए।

कम नहीं हैं मुझे हमदमों से, मेरा याराना है इन गमों से, मैं खुशी को अगर मुंह लगा लूं, मेरे यारों का दिल टूट जाए।

तुम्हें किसी की कहाँ है परवाह, तुम्हारे वादे का क्या भरोसा, जो पल की कह दो तो कल बना दो, जो कल की कह दो तो साल कर दो।

तुम्हें किसी की कहाँ है परवाह, तुम्हारे वादे का क्या भरोसा, जो पल की कह दो तो कल बना दो, जो कल की कह दो तो साल कर दो।

ऐसी सर्दी है कि सूरज भी दुहाई मांगे, जो हो परदेस में वो किससे रज़ाई मांगे।

ऐसी सर्दी है कि सूरज भी दुहाई मांगे, जो हो परदेस में वो किससे रज़ाई मांगे।

लू भी चलती थी तो बादे-शबा कहते थे, पांव फैलाये अंधेरो को दिया कहते थे, उनका अंजाम तुझे याद नही है शायद, और भी लोग थे जो खुद को खुदा कहते थे।

लू भी चलती थी तो बादे-शबा कहते थे, पांव फैलाये अंधेरो को दिया कहते थे, उनका अंजाम तुझे याद नही है शायद, और भी लोग थे जो खुद को खुदा कहते थे।

राज़ जो कुछ हो इशारों में बता भी देना, हाथ जब उससे मिलाना तो दबा भी देना।

राज़ जो कुछ हो इशारों में बता भी देना, हाथ जब उससे मिलाना तो दबा भी देना।

जुबां तो खोल, नजर तो मिला, जवाब तो दे, मैं कितनी बार लुटा हूँ, हिसाब तो दे।

जुबां तो खोल, नजर तो मिला, जवाब तो दे, मैं कितनी बार लुटा हूँ, हिसाब तो दे।

अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे​, फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे​, ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे​, अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे।

अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे​, फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे​, ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे​, अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे।

अब हम मकान में ताला लगाने वाले हैं, पता चला हैं की मेहमान आने वाले हैं।

अब हम मकान में ताला लगाने वाले हैं, पता चला हैं की मेहमान आने वाले हैं।

उनके चेहरे की चमक उड़ गई, अपनी औलाद की किस्मतें बनाते-बनाते, उसी पिता के नयनों मे आज, कई आकाशो के तारे चमक रहे थे!

उनके चेहरे की चमक उड़ गई, अपनी औलाद की किस्मतें बनाते-बनाते, उसी पिता के नयनों मे आज, कई आकाशो के तारे चमक रहे थे!

किसी का दिल तोड़ना आज तक नही आया मुझे प्यार करना जो अपने ‪माता-पिता से सीखा हैं मैंने।

किसी का दिल तोड़ना आज तक नही आया मुझे प्यार करना जो अपने ‪माता-पिता से सीखा हैं मैंने।