चाहा तो बहुत था तुमको और आज भी चाहता हूं मगर अफसोस वो चाहत अधूरी रह गई। - Afsos Shayari

चाहा तो बहुत था तुमको और आज भी चाहता हूं मगर अफसोस वो चाहत अधूरी रह गई।

Afsos Shayari