आंसू से पलके भींगा लेता था, याद तेरी आती थी तो रो लेता था, सोचा था की भुला दूँ तुझको मगर, हर बार ये फैसला बदल लेता था. - Dard Shayari

आंसू से पलके भींगा लेता था, याद तेरी आती थी तो रो लेता था, सोचा था की भुला दूँ तुझको मगर, हर बार ये फैसला बदल लेता था.

Dard Shayari

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