जानता हूँ एक ऐसे शख्स को मैं भी मुनीर, ग़म से पत्थर हो गया लेकिन कभी रोया नहीं!

जानता हूँ एक ऐसे शख्स को मैं भी मुनीर, ग़म से पत्थर हो गया लेकिन कभी रोया नहीं!

Dard Shayari

काले घटा चाँद पर भी कभी कभी छा जा जाते हैं, दिल में ना बसाना चाहो जिसे वो भी कभी कभी अपने हो जाते हैं !

काले घटा चाँद पर भी कभी कभी छा जा जाते हैं, दिल में ना बसाना चाहो जिसे वो भी कभी कभी अपने हो जाते हैं !

तन्हाई का उसने मंज़र नहीं देखा, अफ़सोस की मेरे दिल के अन्दर नहीं देखा, दिल टूटने का दर्द वो क्या जाने वो लम्हा उसने कभी जी कर नहीं देखा.

तन्हाई का उसने मंज़र नहीं देखा, अफ़सोस की मेरे दिल के अन्दर नहीं देखा, दिल टूटने का दर्द वो क्या जाने वो लम्हा उसने कभी जी कर नहीं देखा.

दर्द को दर्द से न देखो, दर्द को भी दर्द होता है, दर्द को ज़रूरत है दोस्त की, आखिर दोस्त ही दर्द में हमदर्द होता है

दर्द को दर्द से न देखो, दर्द को भी दर्द होता है, दर्द को ज़रूरत है दोस्त की, आखिर दोस्त ही दर्द में हमदर्द होता है

हम तो आपके कब से बने बैठे थे, पर आप शायद किसी और के इंतज़ार में बैठे थे !

हम तो आपके कब से बने बैठे थे, पर आप शायद किसी और के इंतज़ार में बैठे थे !

याद करते है तुम्हे तनहाई में, दिल डूबा है गमो की गहराई में, हमें मत धुन्ड़ना दुनिया की भीड़ में, हम मिलेंगे में तुम्हे तुम्हारी परछाई में.

याद करते है तुम्हे तनहाई में, दिल डूबा है गमो की गहराई में, हमें मत धुन्ड़ना दुनिया की भीड़ में, हम मिलेंगे में तुम्हे तुम्हारी परछाई में.

मौत-ओ-हस्ती की कश्मकश में कटी तमाम उम्र, ग़म ने जीने न दिया शौक़ ने मरने न दिया !

मौत-ओ-हस्ती की कश्मकश में कटी तमाम उम्र, ग़म ने जीने न दिया शौक़ ने मरने न दिया !

अपनी तबाहियों का मुझे गम तो है मगर, तुम ने किसी के साथ मोहब्बत निभा तो दी !

अपनी तबाहियों का मुझे गम तो है मगर, तुम ने किसी के साथ मोहब्बत निभा तो दी !

आपको देखने की तमन्ना मुझे भी थी, पर हर तमन्ना की मंजिल नहीं होती !

आपको देखने की तमन्ना मुझे भी थी, पर हर तमन्ना की मंजिल नहीं होती !

मोहब्बत कभी भी मज़बूर नहीं होती है, बल्कि जो मज़बूर हो वो मोहब्बत नहीं होती है !

मोहब्बत कभी भी मज़बूर नहीं होती है, बल्कि जो मज़बूर हो वो मोहब्बत नहीं होती है !

गम छुपाने का अपना ही अलग मजा है, क्योंकि गम दिखाकर मुझे दर्द बांटना नहीं है !

गम छुपाने का अपना ही अलग मजा है, क्योंकि गम दिखाकर मुझे दर्द बांटना नहीं है !

मेरी फ़ितरत में नहीं कि अपना गम बयाँ करू अगर तेरे दिल का हिस्सा हूँ तो महसूस कर तकलीफ मेरी !

मेरी फ़ितरत में नहीं कि अपना गम बयाँ करू अगर तेरे दिल का हिस्सा हूँ तो महसूस कर तकलीफ मेरी !

अभी से क्यों छलक आये तुम्हारी आँख में आंसू.अभी तो छेड़ी ही कहा हे दर्द-ए-दिल की दास्तान हमने.

अभी से क्यों छलक आये तुम्हारी आँख में आंसू.अभी तो छेड़ी ही कहा हे दर्द-ए-दिल की दास्तान हमने.

जरा सा फ़ासला जानबूझ कर रखती हूँ, तुझमे घुल जाऊँ तो मुझमे मेरा क्या रहेगा !

जरा सा फ़ासला जानबूझ कर रखती हूँ, तुझमे घुल जाऊँ तो मुझमे मेरा क्या रहेगा !

मैं यह सोचकर धैर्यवान हूं कि जीवन मेरी परीक्षा ले रहा है, लेकिन कभी-कभी सोचता हूं कि ये जिंदगी मुझे इतनी परेशानी क्यों दे रही है।

मैं यह सोचकर धैर्यवान हूं कि जीवन मेरी परीक्षा ले रहा है, लेकिन कभी-कभी सोचता हूं कि ये जिंदगी मुझे इतनी परेशानी क्यों दे रही है।

करने को मेरी तारीफ़ गर तुम्हें शब्द ना मिलें, तुम बिल्कुल मां की परछाई हो बस इतना बोल देना.

करने को मेरी तारीफ़ गर तुम्हें शब्द ना मिलें, तुम बिल्कुल मां की परछाई हो बस इतना बोल देना.

हमारे बोलने से कुछ लोगों को चोट लगने लगी, इसलिए हमने चुपचाप दोस्त बना लिए।

हमारे बोलने से कुछ लोगों को चोट लगने लगी, इसलिए हमने चुपचाप दोस्त बना लिए।

कौन फिरता है अब गली मोहल्लों में इश्क़ अब डिजिटल हो गया, कौन करता है अब बातें रूह की इश्क़ अब फिजिकल हो गया.

कौन फिरता है अब गली मोहल्लों में इश्क़ अब डिजिटल हो गया, कौन करता है अब बातें रूह की इश्क़ अब फिजिकल हो गया.

कभी नहीं सोचा था कि हमें ये दिन भी देखने पड़ेंगे, लगता है अब मुझे इनकी आदत हो जानी चाहिए।

कभी नहीं सोचा था कि हमें ये दिन भी देखने पड़ेंगे, लगता है अब मुझे इनकी आदत हो जानी चाहिए।