इस सादगी पे कौन न मर जाये ऐ खुदा, लड़ते है दोनों और हाथ में तलवार भी नहीं। - Pyar ki Shayari

इस सादगी पे कौन न मर जाये ऐ खुदा, लड़ते है दोनों और हाथ में तलवार भी नहीं।

Pyar ki Shayari