ज़ब खामोश आँखों से बात होती है ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है तुम्हारे ही खयालो में खोये रहते है पता नहीं कब दिन कब रात होती है ! - Pyar ki Shayari

ज़ब खामोश आँखों से बात होती है ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है तुम्हारे ही खयालो में खोये रहते है पता नहीं कब दिन कब रात होती है !

Pyar ki Shayari