जिन्दगी ने झेले हैं सब अज़ाब दुनिया के बस रहे हैं दिल में फिर भी ख्व़ाब दुनिया के ! - Khwaab Shayari

जिन्दगी ने झेले हैं सब अज़ाब दुनिया के बस रहे हैं दिल में फिर भी ख्व़ाब दुनिया के !

Khwaab Shayari