तेरी आँखों में कई ख़्वाब छोड़ आए हैं, हर इक सवाल का जवाब छोड़ आए हैं.

तेरी आँखों में कई ख़्वाब छोड़ आए हैं, हर इक सवाल का जवाब छोड़ आए हैं.

Khwaab Shayari

 तुम्हारी याद में आँखों का रतजगा है, कोई ख़्वाब नया आए तो कैसे आए.

तुम्हारी याद में आँखों का रतजगा है, कोई ख़्वाब नया आए तो कैसे आए.

वो जो मुमकिन ना हो उसे मुमकिन बना देता है ख्व़ाब दरिया के किनारों को मिला देता है !

वो जो मुमकिन ना हो उसे मुमकिन बना देता है ख्व़ाब दरिया के किनारों को मिला देता है !

कभी हक़ीक़त में भी बढ़ाया करो ताल्लुक़ हमसे अब ख़्वाबों की मुलाक़ातों से तसल्ली नहीं होती !

कभी हक़ीक़त में भी बढ़ाया करो ताल्लुक़ हमसे अब ख़्वाबों की मुलाक़ातों से तसल्ली नहीं होती !

  हर रात वही बहाना है मेरे दिल का, मैं सोता हूँ तो तेरा ख़्वाब आ जाता है.

हर रात वही बहाना है मेरे दिल का, मैं सोता हूँ तो तेरा ख़्वाब आ जाता है.

हसरतें पूरी न हो तो न सही पर ख्वाब देखना कोई गुनाह तो नहीं !

हसरतें पूरी न हो तो न सही पर ख्वाब देखना कोई गुनाह तो नहीं !

 सहर ख़्वाब में तुम फ़िर आये थे, सरहाने पे फ़िर आज ओस की बून्दें हैं.

सहर ख़्वाब में तुम फ़िर आये थे, सरहाने पे फ़िर आज ओस की बून्दें हैं.

बड़े ख्व़ाब देखने के जज्बात रखता हूँ उसे पूरा करने की मैं औकात रखता हूँ !

बड़े ख्व़ाब देखने के जज्बात रखता हूँ उसे पूरा करने की मैं औकात रखता हूँ !

माजरा क्या हे ये भी बता दो आजकल ख्वाबों मे छा जाते हो !

माजरा क्या हे ये भी बता दो आजकल ख्वाबों मे छा जाते हो !

ख्वाब दुःख देने लगे थे मैंने सोना ही छोड़ दिया !

ख्वाब दुःख देने लगे थे मैंने सोना ही छोड़ दिया !

ख़्वाब का रिश्ता हक़ीक़त से न जोड़ा जाए आईना है इसे पत्थर से न तोड़ा जाए !

ख़्वाब का रिश्ता हक़ीक़त से न जोड़ा जाए आईना है इसे पत्थर से न तोड़ा जाए !

  न नींद, आयी न ख़्वाब आये, जवाबो में भी कुछ सवाल आये.

न नींद, आयी न ख़्वाब आये, जवाबो में भी कुछ सवाल आये.

आज मैंने हसीन ख़्वाब देखा खुद को मुस्कुराते हुए आपके साथ देखा!

आज मैंने हसीन ख़्वाब देखा खुद को मुस्कुराते हुए आपके साथ देखा!

नींद मिल जाए कहीं तो भेजना जरा, बहोत सारे ख्वाब अधूरे है मेरे.

नींद मिल जाए कहीं तो भेजना जरा, बहोत सारे ख्वाब अधूरे है मेरे.

आँखे तो क़ैदखाने से बाहर न आ सकी पर जिंदगी के ख़्वाब अँधेरे में पल गए !

आँखे तो क़ैदखाने से बाहर न आ सकी पर जिंदगी के ख़्वाब अँधेरे में पल गए !

हमारे दिल से आज धुआं निकल रहा है लगता है आज उसने मेरे ख्वाबो को जला डाला।

हमारे दिल से आज धुआं निकल रहा है लगता है आज उसने मेरे ख्वाबो को जला डाला।

किसी को नींद आती है मगर ख्वाब से नफरत है किसी को ख्वाब प्यारे है मगर वो सो नहीं पाते !

किसी को नींद आती है मगर ख्वाब से नफरत है किसी को ख्वाब प्यारे है मगर वो सो नहीं पाते !

जानता हूँ ये ख्वाब झूठे हैं ख्वाहिसे अधूरी हैं पर जिंदा रहने को गलत फेह्मियां भी जरुरी हैं।

जानता हूँ ये ख्वाब झूठे हैं ख्वाहिसे अधूरी हैं पर जिंदा रहने को गलत फेह्मियां भी जरुरी हैं।

ईमानदारी से काम करने वालो के ख्वाब भले ही पुरे न हो पर नींद जरूर पूरी होती है!

ईमानदारी से काम करने वालो के ख्वाब भले ही पुरे न हो पर नींद जरूर पूरी होती है!